चांडिल/ Sumangal Kundu (Kebu) सरायकेला जिला के चांडिल के लुपुंगडीह स्थित आशु किस्कू बीएड कॉलेज में मंगलवार को 77 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि झंडोत्तोलन करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा गुरचरण किस्कू को एक महिला द्वारा जलील करते हुए खुद झंडोत्तोलन करने का मामला प्रकाश में आया है. बता दें कि श्री किस्कू कॉलेज के अध्यक्ष भी हैं, बावजूद इसके महिला द्वारा ऐसा करना समझ से परे है.
महिला का नाम नमिता महतो है और वे कॉलेज की सचिव हैं. दरअसल झंडोत्तोलन के दौरान जैसे ही गुरचरण किस्कू तिरंगे की डोर को खींचने को हुए, तभी नमिता महतो दौड़ती हुई वहां पहुंची और जबरन तिरंगे के डोर को खींचने लगी. थोड़ी देर के लिए मौके पर मौजूद शिक्षकों एवं छात्रों के बीच उहापोह की स्थिति देखी गई, हालांकि नमिता महतो ने ही अंततः तिरंगे के डोर को खींचा और ध्वजारोहण किया. उसके बाद लोगों ने राष्ट्रगान गाकर झंडोत्तोलन की प्रक्रिया पूर्ण की.
सूत्रों की माने तो कॉलेज प्रबंधन में वर्चस्व को लेकर पिछले कई दिनों से विवाद चला आ रहा है. कॉलेज में जयराम महतो को अंदर ही अंदर सचिव बनाने की सुगबुगाहट चल रही है. बता दें कि इस कॉलेज में स्थानीय लोगों का नाम सदस्यता सूची में शामिल नहीं है. हर साल करोड़ों का फंड इस कॉलेज के लिए आवंटित होता है. जिसमें हेराफेरी का आरोप कई दिनों से लग रहा है. इसी को लेकर विवाद चल रहा है. हालांकि इस संबंध में कॉलेज के किसी भी पदाधिकारी ने कुछ भी बोलने से मन कर दिया, जबकि गुरचरण किस्कू ने इसे एक साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि मुझे साजिश के तहत नमिता महतो ने बदनाम किया है. मैं खेत पर धान रोपाई कर रहा था. मुझे बतौर मुख्य अतिथि यहां बुलाया गया और इस तरह की अभद्रता की गई. मामला चाहे जो हो कहीं ना कहीं आपसी विवाद को लेकर छात्रों का भविष्य अधर में लटक सकता है.