राजनगर : झारखंड आंदोलन के अग्रणी नायकों में शुमार शहीद निर्मल महतो का आज 36वां शहादत दिवस है. इसको लेकर राज्यभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. आज ही के दिन 1987 को निर्मल दा की जमशेपुर के बिष्टुपुर स्थित चमरिया गेस्ट हाउस के समीप निर्मम हत्या कर दी गयी थी. उनकी हत्या के बाद ही झारखंड अलग राज्य आंदोलन ने जोर पकड़ा और झारखंड अलग राज्य का सपना साकार हुआ.
शहीद निर्मल महतो की 36वीं पुण्यतिथि राजनगर के कुनाबेडा चौक पर स्थापित उनकी प्रतिमा पर झामुमो नेताओं व कार्यकर्ताओं अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें नमन किया और उनके सपनों का झारखंड बनाने का संकल्प लिया.
इससे पूर्व सुबह सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया। जिसमें निर्मल दा के परिवारिक सदस्यों के साथ सभी दलों के नेताओं एवं राजनीति के हस्तियों ने शिरकत की एवं निर्मल दा को श्रद्धांजलि अर्पित की. जिला अध्यक्ष डॉ शुभेंदु , प्रोफेसर जितराई हंसदा, जागेश्वर महतो,रविकांत माझी, साधु सोरेन, रवि महतो, दुर्लभ महतो, सुधीर महतो, देबन महतो, संकर महतो, निर्मल महतो, संकर प्रताब सिगदेब, दीपक कालिंदी समेत अन्य लोग उपस्थित थे.