चाईबासा : पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं सांसद गीता कोड़ा की उपस्थिति में जिला प्रशासन और रेलवे प्रशासन के द्वारा सरबिल एवं पदापहाड़ में रेलवे द्वारा अधिग्रहित भूमि का सत्यापन शुरू किया गया. ग्रामीण लम्बे समय से जमीन के बदले मुआवजा का इंतजार कर रहे थे. सांसद गीता कोड़ा के प्रयास से ग्रामीणों में मुआवजा की भरोसा जगा है.
ज्ञातव्य हो कि मानसून सत्र के दरम्यान केवल ग्रामीणों को रेलवे द्वारा मुआवजा दिलवाए जाने एवं भूमि के सत्यापन के लिए दिल्ली से आज ही लौटी है. सांसद गीता कोड़ा, सांसद ग्रामीणों को मुआवजा भुगतान पर पिछले दिनों 12 जुलाई को जिला प्रशासन एवं रेलवे प्रशासन की संयुक्त बैठक कराई थी. जिसमें आज की तारीख को भूमि सत्यापन की बात रखी गई थी. गुरुवार से रेलवे प्रशासन एवं जिला प्रशासन के द्वारा भूमि सत्यापन कार्य शुरू किया. सभी रैयत अपने कागजातों के साथ सर्वे स्थल पर मौजूद थे.
सांसद श्रीमती गीता कोड़ा ने सभी रैयतों को संबोधित करते हुए कहा सभी रैयत के जमीन अधिग्रहण का सत्यापन होगा और अधिग्रहण की सत्यापन के उपरांत प्रावधानों के अनुरूप मुआवजा, नौकरी आदि दिलाया जाएगा.
रेलवे प्रशासन की ओर से चक्रधरपुर मंडल अभियंता मनीष गुप्ता और जिला प्रशासन की ओर से एडीसी संतोष सिन्हा, जिला भूमि अधिग्रहण पदाधिकारी एजाज अनवर, जगन्नाथपुर अनुमंडल पदाधिकारी शंकर एक्का, बीडीओ नोवामुन्डी अनुज बांडों उपस्थित थे। सर्वे स्थल में सैकड़ों की संख्या में रैयत उपस्थित थे। मुख्य रूप से सरबिल मुन्डा दुसा लागुरी, पदापहाड़ मुन्डा शम्भु बालमुचू, राजेन्द्र बालमुचू, राजेन्द्र बालमुचू, सुशीला बालमुचू, डुचा बालमुचू, गुलेश बालमुचू, सुखराम बालमुचू, शंकर बालमुचू, रेन्सो पुरती, लक्ष्मण बालमुचू, माहती बालमुचू,मंगल बालमुचू, सोनाराम बालमुचू, आनन्द बालमुचू, मंजीत प्रधान, रघुनाथ राउत, मंजु पूर्ति, हरप्रीत सिंह, संजय घोष, बसंत गोप, दानिश हुसैन, ममूर अंसारी, राना बोस, लाल मोहन दास,प्रदीप प्रधान, जगदीश खिलार, मो सुब्रतो घोष रेश प्रजापति, प्रफुल्ल दास, विश्वकर्मा दास, एवं काफी संख्या में स्थानीय ग्रामीण रहे उपस्थित.