रांची: झारखंड में टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) के दो कुख्यात उग्रवादियों की तलाश तेज कर दी है. इन उग्रवादियों में टीएसपईसई सुप्रीमो ब्रजेश गंझू उर्फ सरदार उर्फ गोपाल सिंह भोक्ता व रीजनल कमांडर आक्रमण उर्फ नेता उर्फ रवींद्र गंझू उर्फ राम विनायक सिंह भोक्ता उर्फ विनायक सिंह शामिल हैं. ब्रजेश गंझू चतरा जिले के लावालौंग थाना क्षेत्र के लाटू सहवान का रहने वाला है, जिसपर एनआईए ने पांच लाख का इनाम रखा है। वहीं, आक्रमण चतरा के लावालौंग बगरा रोड का निवासी है, उसपर एनआईए ने तीन लाख रुपये का इनाम रखा है.
सूचना देने वाले को मिलेगी इनाम
एनआईए ने दोनों की तस्वीर जारी करते हुए आम लोगों से अपील की है कि जो इनकी सूचना देगा, उसे इनाम की राशि मिलेगी और उसकी पहचान गुप्त रखी जाएगी. झारखंड सरकार ने भी दोनों के विरुद्ध पहले से इनाम की घोषणा कर रखी है. ब्रजेश गंझू पर राज्य सरकार ने 25 लाख व आक्रमण पर 15 लाख रुपये का इनाम घोषित है. दोनों झारखंड के पलामू प्रमंडल व चतरा जिले में सक्रिय हैं.
2018 में जारी की तलाश
चतरा पुलिस ने टीएसपीसी के खिलाफ कार्रवाई करते हुए हथियार व 36 लाख 14 हजार रुपये नकद बरामद किया था. इस मामले में टेरर फंडिंग के तहत एनआईए ने वर्ष 2018 में कांड संख्या 22/2018 दर्ज की थी. मामला मगध-आम्रपाली कोयला परियोजना से टेरर फंडिंग का है. प्राथमिकी दर्ज करने के बाद से ही एनआईए दोनों की तलाश चल कर रही है.
Reporter for Industrial Area Adityapur