राजनगर/ Deepak बुधवार सुबह राजनगर के टांगरानी, बोड़ाम तलिया और खीरी में आतंक मचाने के बाद झुंड से बिछुड़े हाथी को वन विभाग खदेड़ने में विफल रही. गुरुवार को एकबार फिर से हाथी नजर आया मगर इसबार उसका लोकेशन गम्हरिया प्रखंड के ईटागड़ और आसंगी के आसपास देखा गया. जहां खरकई नदी में गजराज ने आराम से स्नान किया उसके बाद ईटागड़ के आसपास ही घूम रहा है.
वैसे गुरुवार को झामुमो नेता रतन प्रधान हाथी का शिकार होने से बाल- बाल बच गए. बताया जा रहा है कि वे नदी में सुबह स्नान करने जा रहे थे उसी दौरान हाथी ने उनपर हमला कर दिया, गनीमत रही कि वे इस हमले में बाल- बाल बच गए. फिलहाल हाथी का मूवमेंट आसंगी और ईटागड़ के आसपास बना हुआ है.
वहीं वन विभाग हाथी को सुरक्षित खदेड़ पाने में विफल रही है. बुधवार को दावा किया जा रहा था कि हाथी को दांडू के जंगलों की ओर खदेड़ दिया गया है. मगर सच्चाई यही था कि वन विभाग हाथी को ढूंढ भी नहीं पाई थी. वन विभाग के अधिकारी शिवम पांडा को कई बार फोन किया गया, मगर उनके द्वारा कोई रिस्पांस नहीं दिया.
बता दें कि बुधवार को झुंड से बिछुड़े हाथी ने 2 किसान और एक युवक को बुरी तरह रौंद दिया था, जिसमें एक 55 वर्षीय किसान की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक 55 वर्षीय किसान और 18 वर्षीय युवक गंभीर रूप से घायल हुआ है. युवक का टाटा मुख्य अस्पताल में इलाज चल रहा है. बावजूद इसके वन विभाग मामले पर गंभीर नहीं है. इधर एक बार फिर से हाथी का मूवमेंट गम्हरिया प्रखंड के आसपास देखा गया है. समय रहते यदि वन विभाग गंभीरता नहीं दिखाती है तो हाथी हिंसक हो सकता है.