राजनगर/ Pitambar Soy प्रखंड क्षेत्र के पोटका पंचायत के लोधा गांव में भाजपा के कट्टर समर्थक रहे दर्जनों कार्यकर्त्ताओं ने झामुमो का दामन थाम लिया. सोमवार को लोधा गांव में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा से आये रतनलाल महंती, प्रियरंजन सम्बल, नवरंजन सम्बल, गणेश महंती, सूरज महंती, मदन मुंदुईया, नरसिंह महंती, विनोद गोप, नजीर गागराई, शत्रुघ्न गोप, सावित्री हेम्ब्रम सहित दर्जनों कार्यकर्त्ताओं को माला पहना कर स्थानीय विधायक सह मंत्री चम्पई सोरेन ने पार्टी में स्वागत किया.
कार्यकर्त्ताओं को पार्टी में शामिल कराने में प्रखंड उपाध्यक्ष राकेश पति एवं साथियों का महत्वपूर्ण भूमिका रहा.
इस दौरान कार्यकर्त्ताओं को सम्बोधित करते हुए मंत्री चम्पई सोरेन ने झारखण्ड और आने वाली पीढ़ी के भविष्य के लिए सभी आदिवासी मूलवासियों से एकजुट रहने की अपील की. कहा झारखण्ड खनिज संपदा से परिपूर्ण एवं बहुत धनी राज्य है. परंतु 20 साल तक शासन में रही भाजपा ने प्रदेश को आगे नहीं बढ़ाया. यहां की जनता को उनके हक व अधिकार से वंचित रखा. भाजपा ने इन बीस सालों में झारखण्ड और यहां के आदिवासी मूलवासियों के विकास लिए कोई ऐसा काम नहीं किया जो छाती ठोक कर दिखा सके. परन्तु हेमन्त सरकार ने दो साल कोरोना में गुजरने के बाद सिर्फ डेढ़ साल के अंदर ही विकास की ऐसी लकीर खींची दी है, जो बीस सालों में नहीं हो पाया. हमने सबसे पहले गरीबों और वंचितों को अधिकार दिया. सर्वजन पेंशन लागू किया, जिसमें कोटा सिस्टम खत्म किया। अब सभी बुजुर्गों को 60 पूरे होने पर पेंशन मिलता है. स्कूलों को मॉडल बनाया जा रहा है. जिसमें उत्कृष्ट विद्यालय खोले गए.जहां सीबीएसई में निजी स्कूल से बेहतर पढ़ाई होगी. छात्रों, बुजुर्गों एवं दिव्यांगों के लिए फ्री बस सेवा प्रारम्भ की जा रही है. आईएएस, आईपीएस एवं एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए रांची में फ्री कोचिंग व्यवस्था की जा रही है. ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी बीडीओ, सीओ, डॉक्टर, डीसी, एसपी बन सकें. यहां के कम्पनियों में 75 प्रतिशत लोगों को रोजगार देने का कानून बनाया. आदिवासी मूलवासियों की देवस्थलों को सुरक्षित किया जा रहा है. शासन प्रणाली में जब हमारे लोग होंगे. तभी अबुआ दिशोम में अबुआ राज स्थापित होगा. हमलोग इस धरती के भूमिपुत्र हैं. झारखण्ड के मालिक हैं. हेमन्त सरकार झारखंडियों को उनके हक अधिकार दिलाने की आधारभूत सीढ़ी बनाने की व्यवस्था पर काम कर रहें हैं, जो एकाएक नहीं हो सकता है. इसके लिए कुछ समय लगता है. जिसके लिए सबको मिलकर रहना होगा. वहीं इस दौर लोधा के ग्रामीणों ने गांव में मां मनसा मंदिर का निर्माण एवं शिव मंदिर की सौंदर्यीकरण करने की मांग की. जिस पर मंत्री ने ग्रामीणों को शीध्र काम शुरू करने का भरोसा दिया.
इस दौरान प्रखंड अध्यक्ष रामजीत उर्फ लालू हांसदा, उप प्रमुख सुमना देवी, सोमा बानरा, नेम्बू महाकुड़, डोबरो देवगम, राकेश पति, सोमनाथ गोप, करमुचरण पान, घासीराम पान, रायसिंह कुदादा, बासुदेव सिंहदेव, गंगाराम सिंहदेव, अजय बारदा, विजय पूर्ति, मिथुन कुम्भकार सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे.
ईचा डैम का बलेगा स्वरूप, सालों भर खेतों में पहुंचेगा पानी
मंत्री चम्पई सोरेन ने कहा कि विनाशकारी ईचा डैम का स्वरूप बदलेगा और पाइपलाइन के माध्यम से खेतों में सालों भर पानी पहुंचेगा. ईचा डैम का स्वरूप बदलने से एक भी गांव नहीं डूबेगा. ईचापीढ़ क्षेत्र के लोग किसी भ्रम और बहकावे में न आएं. लोगों को मालूम होना चाहिए कि 2003 में हमने ही इस विनाशकारी डैम के उद्धाटन का पुरजोर विरोध किया था. जहां एक ओर जिले के डीसी एसपी और भारी मिलिट्री और पुलिस फोर्स तैनात थी. वहीं दूसरी ओर 40 हजार ग्रामीणों के साथ तीर धनुष के साथ हम और हमारे साथी डटे थे. तब भारी विरोध के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा डैम बिना उद्धघाटन किये ही उल्टे पांव वापस लेना पड़ा. तब से डैम निर्माण बंद था. परंतु पिछली रघुवर सरकार में फोर्स उतार कर डैम का काम किया. जिसे फिर से हेमन्त सरकार सत्ता में आते ही रोक दिया. झामुमो कभी भी अपने आदिवासी मूल निवासियों की हितों के खिलाफ काम नहीं करेगी. परंतु सिंचाई व्यवस्था के लिए इस डैम का स्वरूप बदल कर उपयोग होना भी बहुत जरूरी है.