राजनगर/ Pitambar Soy सामाजिक संगठन ओलचिकी हूल बैसी के आह्वान पर आहूत झारखण्ड बंद का राजनगर में असर देखने को मिला. जहां सुबह से बाजार की सभी दुकानें बंद रहीं. सड़क पर आवागमन पूरी तरह बाधित रही.
बंद समर्थक राजनगर सिदो- कान्हू चौक पर सड़क पर उतरे हैं. संथाली लिपि ओलचिकी से पुस्तकों का मुद्रण एवं स्कूलों में पढ़ाई अविलंब शुरू करने की मांग सरकार से कर रहे हैं. बंद समर्थकों ने बताया कि वर्तमान राज्य सरकार से निवेदन किया गया है कि अविलंब संताली भाषा की किताबों का ओलचिकी लिपि में मुद्रण कर पठन- पाठन हेतु संताली शिक्षकों की बहाली किया जाय. आदिवासी संताल समाज की भाषा संस्कृति के प्रचार- प्रसार एवं संरक्षण- संवर्द्धन के लिए संथाली एकेडमी का अविलंब गठन किया जाए. इधर सरायकेला में बंद का कोई असर नहीं रहा. आम दिनों की तरह सभी दुकानें खुली रहीं और आवागमन भी चलता रहा.