औरंगाबाद/ Dinanath Mouar गुरुवार को जिला विधिज्ञ संघ औरंगाबाद के केन्द्रीय कक्ष में पूर्व सांसद सह वरीय अधिवक्ता रमेश प्रसाद सिंह की 42 वीं पुण्यतिथि मनाई गई जिसकी अध्यक्षता जिला विधिज्ञ संघ के अध्यक्ष रसिक बिहारी सिंह और संचालन प्रमोद कुमार सिंह ने किया.
सर्वप्रथम उनके तैलचित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला गया, वक्ताओं ने बताया कि अपने छात्र जीवन में 1942 में बिहार विभूति अनुग्रह नारायण सिंह के नेतृत्व में चल रहे
स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेना शुरू कर दिए थे और स्वतंत्रता से सम्बंधित पम्पलेट बांटने के कारण 38 दिन जेल में भी रहे थे. पटना में 1945 के एलएलबी परीक्षा में सर्वाधिक अंकों से पास करने पर उन्हें गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था. 1951 में अविभाजित औरंगाबाद में कोंग्रेस के जिला अध्यक्ष रहे थे. पहली बार 1961 में सांसद चुने गए थे.
औरंगाबाद में उन्होंने पहली बार लाइंस क्लब की शुरुआत की थी. सरकार द्वारा दी जा रही पेंशन योजना का लाभ नहीं लेते थे. गरीब मुवक्किलों को यथा सम्भव न्यायिक और आर्थिक मदद सुनिश्चित करते थे. जिला विधिज्ञ संघ के विशाल पुस्तकालय उन्ही के नाम से संचालित होता है. कॉपरेटिव में पन्द्रह साल अध्यक्ष रहे थे, और 1985 में औरंगाबाद के हृदय स्थल रमेश प्रसाद सिंह के आदमकद प्रतिमा से शुशोभित है जो रमेश चौक के नाम से जाना जाता है. इस अवसर पर उपाध्याय संजय कुमार सिंह, संयुक्त सचिव काली प्रसाद, कार्यसमिति सदस्य सतीश कुमार स्नेही, सहित दर्जनों अधिवक्ता तथा समाजसेवियों ने उपस्थित होकर श्रद्धा सुमन अर्पित किया तथा उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला.