चक्रधरपुर/Ashish Kumar Verma, चक्रधरपुर नगर भाजपा के तत्वावधान में स्थानीय दंदा साई स्थित नारयण मध्य विद्यालय में शुक्रवार को जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया गया. इस असवर पर उपस्थित सभी नेता एवं कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की.
कार्यक्रम मे उपस्थित राज्य अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अशोक षाड़ंगी ने स्व श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जीवनी पर प्रकाश डाला और उन्हें सच्चा देशभक्त बताया. उन्हें कुशल राजनीतिज्ञ एवं शिक्षाविद् बताते हुए कहा डॉ मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में हुआ था. उनका संकल्प जम्मू-कश्मीर को भारत का पूर्ण और अभिन्न अंग बनाना था. उन्होंने संसद में अपने भाषण में धारा-370 को समाप्त करने की भी वकालत की थी. डॉ मुखर्जी अपने संकल्प को पूरा करने के लिए 1953 में बगैर इजाजत जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर निकल पड़े थे. वहां पहुंचते ही उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद कर दिया गया था.
श्री षाड़ंगी ने कहा कि 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनकी मौत हुई थी. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मौत की जांच होनी चाहिए थी. देश की जनता भी मांग कर रही थी, लेकिन तब के प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने ऐसा नहीं किया. इतिहास इस बात का गवाह है. भाजपा उनके बलिदान को कभी नहीं भूलेगी. पूर्व जिला उपाध्यक्ष पवन शंकर पाण्डेय ने भी कार्यकर्ताओं के संबोधन में उनके जीवनी पर प्रकाश डाला.
कार्यक्रम में पूर्व विधायक शशि भूषण सामड, भाजपा महिला मोर्चा प्रदेश सदस्य मालती गिलुवा, पूर्व जिला उपाध्यक्ष पवन शंकर पाण्डेय, नगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता, भाजपा नेता शेष नारयण लाल, ओबीसी मोर्चा नगर अध्यक्ष विनोद शर्मा, महामंत्री गौतम रवानी, सोमनाथ रजक, संजय पासवान, सीमा मुखी, सरस्वती हेस्सा, इंद्रजीत रवानी, संध्या यादव, गणेश दास, शिवलाल रवानी, ललन प्रजापति, संन्नी सिंह, राजा, भोला रवानी, देबू मंडल के साथ कई कार्यकर्ता उपस्थित थे.