खरसावां के वीर शहीदों और भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्वा- सुमन अर्पित कर शुक्रवार को झारखंड संविधान जागार यात्रा निकाली गई. खरसावां शहीद वेदी के समक्ष सबसे पहले भगवान बिरसा मुंडा के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्वाजंलि दी. इसके बाद खरसावां के वीर शहीदों को श्रद्वा- सुमन अर्पित कर डॉ भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान रक्षा का संक्लप लिया.
वही भारतीय संविधान से लोगों को रू-ब-रू कराते हुए जागार यात्रा की शुरूआत की गई. आजसू के संस्थापक अध्यक्ष सह झारखंड आंदोलनकारी प्रभाकर तिर्की, संविधान जागरण जतरा के केन्द्रीय संयोजक बलराम, झारखंड आंदोलनकारी सह फिल्म निर्माता प्रबल महतो, टीएसी के पूर्व सदस्य रतन तिर्की आदि के नेतृत्व में झारखंड संविधान जागार यात्रा खरसावां शहीद स्थल से रवाना हुई.
मौके पर श्री प्रभाकर तिर्की ने कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान हमारा मार्गदर्शक है. इसकी रक्षा जरूरी है. हमारा मानना है संविधान ही समाधान है. संविधान को जानना, संविधान को मानना और उसको अपना देश के हर नागरिक का कर्तव्य है. इस संविधान के अंदर में ही देश के हर जाति समुदाय के लिए अधिकार लिखे गए है. देश का संविधान हमारे लिए धर्मग्रंथ की तरह है. इसको जानना हर नागरिक का अधिकार है. उन्होने कहा कि हमारा दुर्भाग्य है कि देश के पढे लिखे लोग भी संविधान के बारे में नही जानते है. उसमें आदिवासियो, दलितो, पिछडे वर्ग के लोगों के लिए अधिकार दिया गया है. वो अधिकार क्या है. इसके बारे लोग नही जानते है.
श्री र्तिकी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा के पुणतिथि पर झारखंड संविधान जागार यात्रा निकाली जा रही है. इसके तहत सौ गांवों के लोगों, ग्राम सभाओं से संर्पक स्थापित कर देश की संविधान से रू- ब- रू करायेगे. उनके अधिकारों के बारे बतायेगे. उन्होने कहा कि आदिवासी पहचान को सुरक्षित रखने के निर्मित आदिवासी क्षेत्रों के लिए संविधान में उल्लेखित विशेष नियमों पर लोगों के साथ संवाद कायम करना और संविधान में वर्णित अधिकारों के संदर्भ में लोगों को जागरूक कर करना सविधान जागार जतरा का प्रमुख उद्देश्य है.
इस दौरान झारखंड संविधान जागार यात्रा में मुख्य रूप से झारखंड आंदोलनकारी प्रभाकर तिर्की, संविधान जागरण जतरा के केन्द्रीय संयोजक बलराम, झारखंड आंदोलनकारी सह फिल्म निर्माता प्रबल महतो, टीएसी के पूर्व सदस्य रतन तिर्की, जिप कालीचरण बानरा, पंसस अमर सिंह हांसदा, मुकेश बिरूवा, मोनालिका लकड़ा, सुरेश महतो, जय सिंह बोदरा, अरूण जामुदा, ललन तिवारी, रानी हेम्ब्रम, खिरोद प्रमाणिक, साधुचरण सोय, धनु मुखी, सुमित्रा रविदास आदि लोग शामि थें.
संविधान जागार यात्रा का समापन खूंटी में होगा
खरसावां शहीद समाधि से शुरू हुई झारखंड संविधान जागार यात्रा सरायकेला खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, खूंटी, सिमडेगा जिले के विभिन्न इलाकों से होते हुए आगामी 18 जून 2023 को बिरसा मुंडा साधक की भूमि खूंटी में समाप्त होगी. पहचे चरण में खरसावां शहीद स्थल से संविधान जागार यात्रा शुरू हो गई है. जो खूंटपानी, कुचाई होते हुए मुरहु पहुचेगी. दूसरा चरण में खूंटी जिले के तोरपा से शुरू होकर रनिया, सोदे, बांकी, बानो, लचडागढ़ होते हुए जलडेगा, जामपानी, ठेठईटांगर, बालबा, केरसई, कुरूडेग होते हुए सिमडेगा पहुंचेगी तथा सिमडेगा में जनसभा के साथ समाप्त होगी. वही यात्रा का तीसरा चरण सिमडेगा से प्रारंभ होकर कोलेबीरा, कामडारा, गोविंदपुर कर्रा होते हुए खूंटी में जनसभा के साथ समाप्त होगी.