कुचाई: प्रखण्ड के सुदूरवर्ती क्षेत्र दलभंगा स्थित बिरसा चौक में आजसू पार्टी द्वारा भगवान बिरसा मुंडा की 123 वीं शहादत दिवस मनाई गई. आजसू नेता एवं कार्यकर्ताओं ने बिरसा मुंडा के प्रतिमा पर बारी- बारी से श्रद्वाजंलि दी. साथ ही उनके अधूरे सपनों को साकार करने का संकल्प लिया.
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आजसू एसटी मोर्चा के जिला कार्यकारी अध्यक्ष रूपसिंह मुंडा और जिला उपाध्यक्ष शिव कुमार साह के नेतृत्व में आजसू नेताओं एवं कार्यकर्ताओ ने दलभंगा में एकजुट होकर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्वाजंदि दी. मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि बिरसा मुंडा का स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लेने के अलावा झारखंड के आदिवासियों के उत्थान में भी बड़ा योगदान है. उन्होंने अकेले दम पर अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया था. कहा जाता है कि भगवान बिरसा उस वक्त ऐसे अकेले आदिवासी नेता थे जिन्होंने अंग्रेजों की नीतियों को अच्छी तरह से पहचान लिया था. वही श्री साह ने कहा कि झारखंड राज्य को नई दिशा और दशा प्रदान करने वाले जननायक धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा झारखंडवासियों के दिलों में सदैव अविस्मरणीय रहेगे. झारखंड को अब नेता की नही, बल्कि भगवान बिरसा की तरह निर्माता की जरूरत है. इस दौरान बिरसा मुंडा को श्रद्वाजंलि देने वालों में मुख्य रूप से आजसू जिला कार्यकारी अध्यक्ष रूपसिंह मुंडा, जिला उपाध्यक्ष शिव कुमार साह, बागुन गुजां, बंसत कुमार महतो, संजय सोय, कुलदीप बोयपाई, अलोक डे, श्याम लाल सोय, गुरूचरण हेम्ब्रम, बेरगा सोय, गंगा राम मुंडा, कॉपपोडो प्रधान पंकज प्रधान, मनोज तडिसम आदि शामिल थे.
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Reporter for Industrial Area Adityapur