कांड्रा/ Bipin Varshney सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां आए दिन लोगों की जीवन लीला समाप्त करने पर तुली है. बार- बार जिला प्रशासन से लेकर वरीय अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराने के बावजूद जिला प्रशासन की चुप्पी राहगीरों के लिए मुसीबत बन गई है. चौका- कांड्रा मार्ग पर शुक्रवार देर शाम घर वापस जा रहे बनसा निवासी विश्वनाथ महतो की बाइक को एक अज्ञात कार ने सामने से टक्कर मार दी.
इस दुर्घटना में विश्वनाथ महतो के साथ- साथ उनकी बेटी और पुत्र भी गंभीर रूप से जख्मी हो गए. विश्वनाथ की बेटी की कमर टूट गई वही विश्वनाथ का घुटना के नीचे पैर कटकर अलग हो गया. वहीं उनके पुत्र को भी पैर में काफी चोटें लगी हैं. दुर्घटना के बाद स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हो गए और सड़क किनारे खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ कर अपना आक्रोश जताया. बता दें कि अमलगम स्टील में इंट्री को आई सैकड़ों गाड़ियां प्रतिदिन चौका कांड्रा मार्ग पर कांड्रा रेलवे ओवरब्रिज से लेकर गिद्दीबेड़ा टोल प्लाजा
तक बेतरतीब तरीके से प्रतिदिन खड़ी रहती हैं. जिसके कारण न सिर्फ रोड संकरी हो जाती है, बल्कि आए दिन हो रही दुर्घटनाओं के पीछे एक बहुत बड़ा कारण है. इस ओर सामाजिक एवं राजनीतिक संगठनों से लेकर मीडिया वर्ग ने भी जिला प्रशासन का ध्यान पूर्व में आकृष्ट कराया था. लेकिन जिला प्रशासन की चुप्पी ने लोगों की जान को शामत में डाल दिया है. इधर घटना की सूचना पर पहुंची कांड्रा थाना पुलिस ने तत्काल एंबुलेंस बुलाकर घायलों को उपचार हेतु जमशेदपुर अस्पताल भिजवाया वही आक्रोशित लोगों ने कांड्रा- चौका मार्ग को जाम कर दिया है.
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