सोनुआ/Jayant Pramanik सोनुआ अस्पताल से बेहतर ईलाज के लिए चाईबासा रेफर की गई बोयकेड़ा गांव की एक गर्भवती महिला नंदी गागराई की बुधवार को एम्बुलेंस नहीं मिलने से चाईबासा नहीं ले जा पाने के कारण मौत हो गई थी, जबकि इस दौरान 108 एम्बुलेंस वाहन सोनुआ अस्पताल परिसर में ही खड़ी थी.
सहिया द्वारा 108 हेल्पलाईन से बात करने के बावजूद गर्भवती महिला को इसकी सेवा नहीं मिली. इस मामले में आज प्रखण्ड प्रमुख नंदनी सोय पीड़ित परिवार से मिलने उसके घर पहुंची. मृतका के पति मांगता गागराई ने भी बताया कि सहिया द्वारा 108 एम्बुलेंस के लिये फोन लगाया गया था, लेकिन सोनुआ अस्पताल परिसर में एम्बुलेंस खड़ी रहने के बावजूद उन्हें एम्बुलेंस नहीं मिला. उन्हें कहा गया कि एम्बुलेंस खाली होगा तो मिलेगा कहकर इंतजार कराया गया. इंतजार करते रहे और पत्नी की मौत हो गयी. स्वास्थ्य सहिया सेबोती पुर्ती के मुताबिक वे 108 हेल्पलाइन नंबर पर बार- बार फोन करती रही लेकिन सिर्फ इंतजार कराया गया.
प्रभारी डॉक्टर कर रहे हैं मामले की जांच, 108 सिस्टम के खामियों से वरीय अधिकारियों को देंगे रिपोर्ट
सोनुआ के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ० पराव माझी के मुताबिक महिला की अवस्था को देखते हुए उसका ईलाज सोनुआ अस्पताल में सुविधाओं की कमी के कारण संभव नहीं था. जिसके कारण उसे बेहतर ईलाज के लिये उस समय ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर द्वारा चाईबासा रेफर किया गया, लेकिन सहिया और डॉक्टर द्वारा 108 एम्बुलेंस कॉल सेंटर पर बात करने पर एम्बुलेंस की सेवा नहीं मिल पाया. जबकि इस दौरान 108 एम्बुलेंस अस्पताल में ही खड़ी थी. इस मामले में वे जाँच कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ. वे 108 एम्बुलेंस सेवा की तकनीकी खामियों के बारे में वरीय अधिकारियों को अवगत कराएंगे.
सोनुआ प्रखण्ड प्रमुख और अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी जिला के वरीय अधिकारियों को कराएंगे समस्या से अवगत
सोनुआ की प्रखण्ड प्रमुख नंदनी सोय ने भी इस घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने कहा कि वे इस मामले में जिले के उपायुक्त और सिविल सर्जन से मिलकर बात करेंगे, जिससे कि 108 एम्बुलेंस सेवा की खामियों में सुधार हो और आगे किसी मरीज को ऐसी समस्या नहीं हो. इस मामले में भाजपा एसटी मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष रानी बांदिया भी आज पीड़ित परिवार और प्रभारी डॉक्टर से मिली. उन्होंने भी कहा कि इस मामले में वे जिला के सिविल सर्जन और डीसी से मिलेगी. पूर्व विधायक गुरुचरण नायक ने भी इस घटना को दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताया. उन्होंने ने भी कहा कि 108 के सिस्टम में सुधार के लिये वरीय अधिकारियों से बात करेंगे.