DESK पहलवान यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर WFI प्रमुख और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध के निशान के रूप में अपने पदक गंगा नदी में विसर्जित करने के लिए हरिद्वार पहुंच गए हैं. पहलवानों के गुट में साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट समेत अन्य कई पहलवान और समर्थक शामिल हैं. उनके समर्थन में किसान नेता नरेश टिकैत भी हरिद्वार आ गए हैं.
बताया जा रहा है कि टिकैत यहां आकर पहलवानों को मनाने का प्रयास करेंगे. चर्चाएं ये भी हैं कि टिकैत के आने के बाद पूरा घटनाक्रम बदलने वाला है. खाप पंचायतों के कुछ नेता भी उनके साथ शामिल होने की बात कही जा रही है. हरकी पैड़ी पर सुरक्षा के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद है. हालांकि, पुलिस ने अभी तक किसी पहलवानों और या समर्थक को रोकने का प्रयास नहीं किया है.
गंगा दशहरा स्नान पर्व होने के चलते हरकी पौड़ी के गंगा घाट श्रद्धालुओं से लबालब भरे हुए हैं. इस बीच दिल्ली से पहलवानों और उनके समर्थकों के पहुंचने व नारेबाजी से घाटों पर अफरातफरी की स्थिति बन गई है. यहां पहलवानों को रोकने के लिए जिला प्रशासन ने पुलिस बल तैनात किया है.
इसके साथ ही गाेताखोर भी तैनात किए गए हैं. जिला प्रशासन ने पहलवानों को गंगा में पदक विसर्जन करने से रोकने की बात से इनकार किया है. बताया गया कि गोताखोर तैनात कर दिए गए हैं, जिससे विसर्जित किए जाने वाले पदकों को सुरक्षित निकाला जा सके. हालांकि, आधिकारिक रूप से किसी भी घटना दुर्घटना की आशंका को देखते हुए गोताखोरों की तैनाती बताई गई है.
श्री गंगा सभा ने नहीं दी विसर्जन की अनुमति
बता दें कि पहलवानों द्वारा हरकी पौड़ी पर पदक विसर्जन किए जाने की घोषणा पर हरकी पौड़ी की प्रबंध कार्यकारिणी संस्था श्री गंगा सभा ने आपत्ति जताई है और विसर्जन की अनुमति देने से मना कर दिया है. सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने बयान जारी कर कहा है कि यह सनातन का पवित्र तीर्थ स्थल है, इसे राजनीति का अखाड़ा नहीं बनने दिया जाएगा.