चाईबासा/ Ashish Kumar Verma चाईबासा, जगन्नाथपुर और चक्रधरपुर में बाईपास सड़क, चक्रधरपुर में कचरा निस्तारण प्लांट के विरोध सहित 6 सूत्री मांगों को लेकर झारखंड पुनरुत्थान अभियान की ओर से मंगलवार को चाईबासा अनुमंडल कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया गया.
झारखंड पुनरुत्थान अभियान की ओर से उपायुक्त के माध्यम से राज्यपाल के नाम 6 सूत्री मांग पत्र सौंपा गया है. जिसमें कहा गया है कि कोल्हान (सिंहभूम) अनुसूचित जिला के आदिवासी मूलवासियों को आर्थिक उदारीकरण और सम्मिलन विकास गलियारा मॉडल से भिन्न एकीकरण नीति के तहत सुरक्षा एवं संरक्षण प्रदान किया जाए. धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में पूर्व सांसद डीपी जामुदा, पूर्व सांसद चित्रसेन सिंकू, पूर्व विधायक बहादुर उरांव सहित अन्य नेता शामिल हुए. अभियान के संयोजक सन्नी सिंकू ने कहा कि कोल्हान में आदिवासियों और मूलवासियों के ऊपर आर्थिक उदारीकरण और विकास मॉडल निरंतर थोपा जा रहा है. टाटा से कलिंग नगर के बीच प्रस्तावित विकास गलियारा, चाईबासा, चक्रधरपुर और जगन्नाथपुर में बाईपास रोड और चक्रधरपुर अंचल के भरनियां गांव में पचरा निस्तारण प्लांट के निर्माण का प्रस्ताव इसका ताजा उदाहरण है. सन्नी सिंकू ने कहा कि संवैधानिक नियमों और प्रावधानों को ताक पर रखकर अमानवीय तरीके से जनजातीय लोगों के साथ छल किया जा रहा है.