कांड्रा/ Bipin Varshney सरायकेला- खरसावां जिला के कांड्रा स्थित नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड, अमलगम स्टील एंड पावर लिमिटेड एवं वनराज स्टील कम्पनियों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण को लेकर ग्रामीण अब एकजुट होने लगे हैं.
गम्हरिया प्रखंड के 4 पंचायत के लोग प्रदूषण से सबसे ज्यादा त्रस्त है. अत्यधिक प्रदूषण से परेशान होकर बुरुडीह, रापचा, कांड्रा और डुमरा पंचायत के लोगों ने विगत दिनों बैठक कर रणनीति तैयार की थी. इसी कड़ी में रविवार को डुमरा पंचायत के कांकी गांव के मनीपुर शिव मंदिर प्रांगण में बैठक कर प्रदूषण के खिलाफ हुंकार भरी एवं प्रशासन से प्रदूषण पर अविलंब नियंत्रण करने की मांग करते हुए एनजीटी, प्रदूषण विभाग एवं राज्य सरकार के पास ग्रामीणों के हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन सौंपने की बात कही.
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बैठक में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि स्पंज आयरन कंपनियों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण हमारे घर के साथ बेडरूम किचन तक पहुंच रही है. इस प्रदूषण के चलते प्रत्येक घर में बच्चे बूढ़े लगातार बीमार पड़ रहे हैं. वहीं स्थानीय लोगों ने बताया कि प्रदूषण की मार इतनी है कि लगातार शिकायत करने के बावजूद सरकार, प्रशासन और प्रदूषण विभाग कोई कार्रवाई नहीं कर रहा. स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि थक हार कर अब हमें क्षेत्र से मजबूरन में पलायन करना पड़ेगा. वही बैठक में उपस्थित महिलाओं ने कहा कि कंपनी द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण उनके घरों के अंदर तक जा रही है.यहां तक की सुबह उठकर बाहर निकलने पर उनके पैरों में काली परत लग जाती हैं यहां तक कि घर के कपड़े से लेकर बर्तनों तक में काली परत बैठ जाती है.वही बैठक में उपस्थित ग्राम प्रधान ने कहा कि इस गांव में सबसे बुजुर्ग वे ही हैं जितने भी बुजुर्ग थे वह सब बीमार होकर भगवान को प्यारे हो गए हैं.अगर यही हाल रहा तो आने वाले समय में उन लोगों को गांव छोड़कर बाहर जाना पड़ेगा. सरकार रोजगार के नाम पर धीमा जहर दे रही है. गांव के अधिकांश बच्चे या बड़े कुछ अंतराल में बीमार पड़ते रहते हैं. अगर इस प्रदूषण पर अविलंब कोई रोकथाम सरकार नहीं लगाती है तो हम लोगों को बाध्य होकर इन कंपनियों के विरोध में सड़क पर उतरने पर मजबूर होना पड़ेगा.
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