सोनुआ/ Jayant Pramanik मनोहरपुर प्रखंड की लाइफ़ लाइन माने जाने वाली कोयना नदी जहां स्थानीय लोगों की जलापूर्ति के लिए वरदान है. वहीं तटीय क्षेत्र में रह रहे लोग अपने रोज़मर्रा दिन चर्या के लिए नदी पर आश्रित है. किंतु इस नदी में भारी वाहनो के अलावा विशेषकर लौह अयस्क ढुलाई में लगे वाहनो की धुलाई से नदी प्रदूषित होती जा रही है.
धुलाई के दौरान नदी का पानी लाल व वाहनो से निकलने वाले तैलीय पदार्थ से पानी दूषित हो रहा है. वहीं तटीय क्षेत्र में रहने वाले विशेषकर इंदिरा नगर वासी इस समस्या से काफ़ी परेशान है. लोगों का कहना है कि यदि वाहनो की धुलाई करना ही है तो सुबह के बज़ाय दोपहर या शाम को करे. चूंकि पूर्व में भी इस समस्या को लेकर यहां के लोगों ने आवाज़ उठाई थी किंतु कोई भी कारवाई नहीं हुई. नदी तटीय प्रभावित क्षेत्र के लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन इस ओर ध्यान दें. साथ ही इस समस्या से जूझ रहे लोग प्रशासन से निजात दिलाने की मांग की है. ताकि इस समस्या से जूझ रहे लोग दूषित पानी के उपयोग से रोगग्रस्त होने से बच सके.