खरसावां: खूंटपानी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय खुंटा का प्रखंड प्रमुख सिद्धार्थ होनहागा ने गुरुवार को औचक निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान स्कूली बच्चों का उत्साह बढाते हुए गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्रेरित किया. साथ ही स्कूली बच्चों के लिए चलाए जा रहे जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे जानकारी ली.
मौके पर श्री होनहागा ने कहा कि ज्ञान के बिना मनुष्य की जिंदगी अधूरी है. अज्ञानता के चलते मनुष्य भटकता रहता है. उन्होने कहा कि प्रत्येक बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा पाने का मौलिक अधिकार है. शिक्षा ही विद्यार्थियों की पहली सीढ़ी और मूल अधिकार है. शिक्षा से ही हम जागरूक हो सकते है. शिक्षा से ही हम देश का नाम रोशन कर सकते है.
श्री होनहागा ने कहा कि शिक्षा में ही संस्कार का समावेश है. अगर हम अपने बच्चों में भारतीय संस्कृति, भारतीय परम्मराएं, भाईचारा, एकता आदि का बीजारोपण करते है तो उसमें खुद व खुद के संस्कार आ जाते है. जिसकी जिम्मेदारी माता- पिता, परिवार और शिक्षक की होती है. बचपन में परिवार के बाद विशेष रूप से बच्चों को संस्कार विद्यालय में सिखए जाते है. शिक्षा उज्जवल भविष्य का मार्ग भी है. अंत में प्रखंड प्रमुख ने बच्चों के साथ झारखण्डी जोहार, जय झारखंड, आधी रोटी खाएंगे फिर भी स्कूल जाएंगे के नारे के साथ बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.