खरसावां: प्रखंड मुख्यालय सभागार भवन में मनरेगा योजना पर एक समीक्षात्मक बैठक की गई. इस बैठक की अध्यक्षता करते हुए प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी रानो कुमारी बास्के ने पाया कि खरसावां के जोजोडीह, बड़ाआमदा, तेलाईडीह पंचायतों में एक- एक, दलाईकेला, जोरडीहा एवं रिडिंग पंचायतों में दो- दो तथा विटापुर पंचायत में तीन आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण कार्य सहित कुल 12 आगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य पेडिंग है.
पेडिंग आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूर्ण करने का निर्देश दिया गया है. आंगनबाड़ी केन्द्रों का निर्माण कार्य पूर्ण नही होने पर बीपीओ श्रीमती बास्के ने कहा कि ससमय आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण कार्य को पूर्ण करें, अन्यथा राशि रिकवरी होगी. इस दौरान बारी- बारी से संबधित पंचायत सचिव, रोजगार सेवक एवं वेडरों से आंगनबाड़ी केन्द्र निर्माण कार्य की वर्तमान स्थिति की समीक्षा कर कई दिशा- निर्देश दिया गया.
उन्होने कहा कि मनरेगा योजनाओं के गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है. योजना के गुणवत्ता से समझौता नही किया जा सकता है. खरसावां के विभिन्न पंचायतों में मनरेगा योजना पेंडिंग है. सभी रोजगार सेवकों को योजनाओं को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करने, अधिक से अधिक योग्य लाभुकों को योजनाओं द्वारा लाभान्वित करने तथा प्रत्येक गांव में पांच योजनाओं को संचालित करते हुए कार्य दिवसों की संख्या में वृद्धि लाने के निर्देश दिए.
बागवानी योजना के तहत खरसावां प्रखंड में कुल 80 एकड़ जमीन पर बागवानी करने का लक्ष्य है. जबकि 19 एकड चिन्हित जमीन पर बागवानी योजना की स्वीकृति दी गई है. वही मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना के तहत सूकर विकास योजना का लाभ 4, वैम्यार्ड लेपर कुकट 8 तथा जिला गव्य विकास योजना के तहत दो गाय वाले 9 शेड निर्माण कार्य की स्वीकृति दी गई. इस बैठक में मुख्य रूप से बीपीओ रानो कुमारी बास्के, कंनिया अभियता निरज सिन्हा सहित विभिन्न पंचायतों के पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, बीएफटी, सीएफटी आदि उपस्थित थे.