आदित्यपुर: नगर निगम में चल रहे केंद्र प्रायोजित करीब 750 करोड़ की योजना सीवरेज एवं आदित्यपुर शहरी जलापूर्ति योजना की जांच करने रविवार को झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति के सदस्य विधायक अमर कुमार बावरी पहुंचे. सबसे पहले वे वार्ड 17 में चल रहे जलापूर्ति योजना की जानकारी ली. जहां अधूरे जलमीनार को लेकर उन्होंने एजेंसी के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए काम में तेजी लाने का निर्देश दिया. इस दौरान आदित्यपुर नगर निगम के अपर नगर आयुक्त, सापुरजी पालोनजी, जुडको एवं जुस्को के पदाधिकारी भी मौजूद रहे. उन्होंने एजेंसी से अविलंब परियोजना के त्रुटियों को पूरा करने का निर्देश दिया.
मीडिया और पूर्व पार्षद को रखा गया दूर
हैरान करने वाली बात ये रही कि आदित्यपुर नगर निगम के सभी 35 वार्डों में सीवरेज और जलापूर्ति का काम चल रहा है करीब 4 साल बीत चुके हैं, पर योजना धरातल पर नहीं उतरी है. एजेंसी को एक्सटेंशन पर एक्सटेंशन दिया जा रहा है. स्टीमेट बढ़ता जा रहा है. इतने बड़े परियोजना की जांच महज 1 वार्ड में चंद घंटों में पूरा कर प्राक्कलन समिति के सदस्य विधायक अमर कुमार बावरी ने कर लिया जो लोगों को हजम नहीं हो रहा है. इतना ही नहीं 4 साल तक जिन पार्षदों के देखरेख में परियोजना पर काम किया गया उन्हें इससे अलग रखा गया. इसको लेकर पार्षदों में नाराजगी भी देखी जा रही है. अहम सवाल यह है कि आखिर इतने बड़े परियोजना की जांच महज कुछ घंटे में करके निष्कर्ष कैसे निकाला जा सकता है ? आखिर कौन सी तकनीक लेकर विधायक यहां पहुंचे ! जिस परियोजना को बड़े-बड़े इंजीनियर 4 साल तक धरातल पर उतार पाने में विफल रहे उसमें चंद घंटों में खामियां निकाल और फटकार लगाकर पल्ला झाड़ कर विधायक चलते बने.
क्या प्राक्कलन समिति खानापूर्ति करने पहुंची !
बता दें कि झारखंड विधानसभा की प्राक्कलन समिति पिछले तीन दिनों से कोल्हान दौरे पर है. शुक्रवार को जमशेदपुर दौरा के बाद शनिवार को समिति सरायकेला दौरे पर पहुंची. जहां सर्किट हाउस में सभी विभागों के पदाधिकारियों से जिले में चल रहे विकास परियोजनाओं की जानकारी ली. आदित्यपुर नगर निगम को लेकर समिति ने नाराजगी जताई. समिति के अध्यक्ष मझगांव विधायक नीरल पूर्ति के निर्देश पर समिति के सदस्य चंदनकियारी विधायक अमर कुमार बावरी को नगर निगम में चल रहे परियोजनाओं के भौतिक सत्यापन का जिम्मा सौंपा गया. चिलचिलाती दुपहरिया में विधायक वार्ड 17 में जांच करने पहुंचे और संवेदक को फटकार लगा कर चलते बने. निष्कर्ष क्या निकला समिति की ओर से मीडिया कर्मियों को जानकारी नहीं दी गई. इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि झारखंड विधानसभा की प्राकलन समिति महज खानापूर्ति करने के लिए कोल्हान प्रमंडल के दौरे पर पहुंची है. रविवार को ही समिति चाईबासा दौरे पर निकल गई.
क्या ऐसे होगा नगर निगम के भ्रष्टाचार का खुलासा !
आदित्यपुर नगर निगम के वृहद जलापूर्ति योजना एवं सीवरेज सिस्टम में हुए भ्रष्टाचार का खुलासा महज कुछ घंटों की बैठक और भौतिक सत्यापन से हो सकेगा ? किसे काम का जिम्मा दिया गया उसने किसे पेटी पर काम दिया, काम की गुणवत्ता किस तरह की हुई, इसका लेखा-जोखा कौन देगा ? परियोजना में कहां कहां गड़बड़ियां है. क्या व्यवधान आ रहे हैं. इसके लिए वक्त देना होगा. नगर निगम की वर्तमान कार्यकारिणी भंग हो चुकी है. सारा जिम्मा प्रशासक एवं शासन-प्रशासन के हाथों में है. क्यों नहीं परियोजना में हुए भ्रष्टाचार की जांच कराई जाए इसकी मांग भी अब जोर पकड़ने लगी है. लोग तो यह भी कहते सुने जा रहे हैं, कि नगर निगम के वर्तमान प्रशासक को हटाकर पूरे परियोजना की जांच कराई जाए.