BIHAR DESK पटना: जाति आधारित गणना पर पटना हाई कोर्ट द्वारा अंतरिम रोक लगाए जाने के बाद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भाजपा पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने भाजपा से सवाल किया है कि आखिर बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से भाजपा डरती क्यों है ? लालू यादव ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर भाजपा को कटघरे में खड़ा किया. उन्होंने भाजपा की कुटिल चाल बताते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की.
लालू यादव ने कहा, जातिगत जनगणना बहुसंख्यक जनता की मांग है और यह हो कर रहेगा. बीजेपी बहुसंख्यक पिछड़ों की गणना से डरती क्यों है ? जो जातीय गणना का विरोधी है वह समता, मानवता, समानता का विरोधी एवं ऊंच- नीच, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ेपन, सामाजिक व आर्थिक भेदभाव का समर्थक है. देश की जनता जातिगत जनगणना पर बीजेपी की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है.
दरअसल, जातीय गणना कराने की मांग लालू यादव लम्बे अरसे से करते रहे हैं. वर्ष 2011 में जब देश में यूपीए की सरकार थी उस दौर में हुई जनगणना के दौरान भी जाति और आर्थिक सर्वेक्षण हुआ था. तब लालू यादव ने कहा था कि प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह नीत यूपीए सरकार ने उनके दबाव में यह निर्णय लिया. हालांकि 2011 की जनगणना एक आंकड़े सही तर्ज पर सामने नहीं आए. बाद में लालू यादव ने फिर से बिहार में जातिय गणना की मांग की. उनके इस मांग को नीतीश कुमार का समर्थन मिला. वहीं राज्य में सर्वदलीय बैठक में भी इस पर सहमती बनी.
हालांकि जब केंद्र की मोदी सरकार ने जातीय गणना से मना कर दिया तो नीतीश सरकार ने अपने बलबूते इसे कराने की ठानी. इसके विरोध में कुछ लोगों ने न्यायालय का रुख किया और अब पटना हाई कोर्ट ने इस पर अंतरिम रोक लगा दी है. इसे लेकर राज्य में सियासी बयानबाजी का दौर जारी है.
भाजपा नेताओं ने कोर्ट के आदेश पर कहा कि नीतीश सरकार ने जानबूझकर ठीक से अपना पक्ष नहीं रखा जिस वजह से कोर्ट ने अंतरिम रोक लगाई है. वहीं अब लालू यादव ने भाजपा को घेरा है. उन्होंने भाजपा को ही जातीय गणना का विरोधी करार दिया है. भाजपा को कुटिल और चालबाज बता दिया है. माना जा रहा है कि लालू की यह नाराजगी इस वजह से सामने आई है क्योंकि केंद्र की मोदी सरकार ने पहले ही जातीय गणना से मना किया था. अब पटना हाई कोर्ट के आदेश के बाद भाजपा नेताओं ने नीतीश सरकार को घेरा है तो लालू इस पर भाजपा को करारा जवाब दे रहे हैं. इसलिए उन्होंने कहा है कि देश की जनता जातिगत जनगणना पर बीजेपी की कुटिल चाल और चालाकी को समझ चुकी है.