सरायकेला/ Pramod Singh जिले में प्रिंट रेट से अधिक मूल्य पर शराब बिक्री को उत्पाद विभाग का खुलेआम संरक्षण मिल रहा है. इस गोरखधंधे में सेल्समैन से लेकर उत्पाद विभाग के अधिकारियों तक की मिलीभगत है. सरायकेला- खरसावां जिले में सरकारी विदेशी शराब की दुकान पर तय मूल्य से अधिक कीमत पर शराब बेची जा रही है. सरकार के सख्त हिदायतों के बावजूद शराब दुकानों पर प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब बेची जा रही है. अधिक कीमत पर बिकने के बावजूद आबकारी विभाग मौन है.
क्वाटर पर 20, आधे लीटर 40 व फुल शराब पर 60 से 80 रुपए अधिक ली जा रही है. पहले आबकारी विभाग ऊंची कीमत पर शराब बेचने की शिकायत करने पर पल्ला झाड़ लेता था, लेकिन अब आबकारी विभाग अब खुद शराब प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर बेचवा रहा है.
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इसका जीता जागता उदाहरण हमारे कैमरे में कैद है, जिसे आप भी देखें ग्राहकों की जुबानी.
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सरायकेला में गैरेज चौक के पास शराब दुकान पर प्रिंट रेट से अधिक कीमत पर शराब बेची जा रही है.
अतिरिक्त वसूली सेल्समैन के साथ- साथ आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों तक पहुंच रहा है. अधिक कीमत पर शराब बेचने के खिलाफ शिकायत करने के बाद भी आबकारी विभाग के पदाधिकारी कान में तेल डालकर सोए हुए हैं. जिसका नतीजा यह है कि बिना डर भय के अब धड़ल्ले से ऊंचे कीमत पर शराब बेची जा रही है. सेल्समैन के हौसले इतने बुलंद है कि खरीदारी करने आए ग्राहकों से तू- तू मैं- मै करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं. आए दिन मूल्य को लेकर ग्राहकों से सेल्समैन उलझ जा रहे हैं.
अधिक कीमत पर शराब बेचने के सवाल पर सेल्समैन कहते हैं कि जो भी हो अधिक कीमत ली जाएगी. अधिक मूल्य वसूली का हिस्सा ऊपर के अधिकारियों को देना पड़ता है. नाम न बताने के शर्त पर एक ग्राहक ने कहा कि मैं एक फुल बोतल शराब लेने गया. मुझसे 40 रुपये अधिक लिए गए. मैने इसका विरोध किया तो सेल्समैन ने शराब देने से मना कर दिया. 40 रुपए अधिक कीमत पर शराब खरीदी. सरायकेला- खरसावां जिले में प्रिंट रेट से अधिक पैसा देने के बाद भी लोगों को नकली शराब काउंटर पर बेची जा रही है.
सरकार खुद बेच रही शराब, कैसे दर्ज हो केस !
शराब कारोबार जब सरकार के हाथ में नहीं था तो ओवररेट या अन्य शिकायतों पर सीधे शराब कारोबारियों पर भी केस दर्ज कर कार्रवाई की जाती थी. अब कारोबार खुद सरकार चला रही है और उत्पाद विभाग उसका नियंत्रण कर रहा है. ऐसे में यह बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या अब इस मामले में उत्पाद अधीक्षक व दरोगा पर केस दर्ज होगा ! इस संबंध में उत्पाद अधीक्षक से जब पूछा गया तो उन्होंने बयान देने से इनकार कर दिया.