औरंगाबाद/ Dinanath Mouar लोक जनशक्ति (रामविलास) पार्टी के प्रदेश महासचिव सह रफीगंज विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी रहे मनोज कुमार सिंह ने एक मई अर्थात मजदूर दिवस के अवसर पर बिहार प्रदेश के सभी श्रमिकों को शुभकामना देते हुए कहा है कि राज्य के सर्वांगीण विकास में श्रमिकों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है.
उन्होंने कहा औद्योगिक विकास एवं उत्पादकता को बढ़ाने में श्रमिकों की मेहनत एवं उनकी ताकत की बड़ी भूमिका रहती है. श्रमिकों के क्षमतावर्द्धन एवं उनके अधिकारों के संरक्षण के साथ- साथ सामाजिक एवं आर्थिक रूप से उन्हें सबल एवं सक्षम बनाने के लिए उनकी पार्टी हमेशा प्रयासरत रही है. श्रम एवं श्रमिकों का सम्मान हमारी संस्कृति का अंग है.
उन्होंने ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज मजदूरों की प्रदेश में कोई सुननेवाला नहीं है..असंगठित क्षेत्र के मजदूरों की स्थिति इस सरकार में बद से बदतर हो गयी है. प्रदेश के लाखों मजदूर दूसरे प्रदेशों में जाकर मजदूरी करने के लिए विवश हैं, क्योंकि नीतीश सरकार लंबे समय से सत्ता में रहने के बावजूद भी मजदूरों और किसानों के लिए कुछ नहीं किया है. श्री सिंह ने कहा कि हमारे नेता चिराग पासवान के नेतृत्व में प्रदेश में अगर सरकार बनेगी तो सबसे पहले श्रमिकों को रोजगार एवं उनके बेहतर जिंदगी के लिए काम किया जाएगा, ताकि उनके बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके. पुनः श्रमिकों को धन्यवाद देते हुए उन्होंने उनके लिए रोजगार एवं बेहतर जिंदगी की कामना की.
क्यों मनाया जाता है मजदूर दिवस
01 मई को अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस मजदूरों के सम्मान के लिए मनाया जाता है. सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में 19वीं सदी के श्रमिक संघ आंदोलन से शुरूआत हुई थी. अमेरिका में मजदूरों के समस्याओं को लेकर आंदोलन की शुरुआत 1 मई 1886 को अमेरिका में हुई थी. इसके तीन साल बाद इसे मजदूर दिवस के रूप में मानाया जाने लगा, जबकि भारत में इसे मनाने की शुरूआत अमेरिका के करीब 34 साल बाद हुई. भारत में पहला मजदूर दिवस 1923 में हिंदुस्तान लेबर किसान पार्टी द्वारा चेन्नई में मनाया गया था.