DESK जमीन घोटाले में मनी लांड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी ने रांची के पूर्व उपायुक्त आइएएस अधिकारी छवि रंजन को सोमवार की सुबह 1100 बजे पूछताछ के लिए बुलाया है. पूर्व के दो समन पर जब वे नहीं पहुंचे तो ईडी ने शुक्रवार को ही तीसरा समन भेज दिया था. ईडी पूछताछ के लिए उन्हें समय देने के पक्ष में नहीं है.
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सूत्रों की मानें तो अब जो संभावना बन रही है, उसके अनुसार वे गिरफ्तार भी हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, ईडी उन्हें एक- दो बार पूछताछ के लिए बुलाएगी और पूछताछ में संतोषजनक उत्तर नहीं मिलने पर गिरफ्तारी भी कर सकती हैं. सभी संभावनाएं अभी बरकरार हैं.
छवि रंजन के विरुद्ध ईडी को गिरफ्तारी के लिए पर्याप्त साक्ष्य भी मिल चुके हैं. ईडी को यह भी सूचना मिली है कि छवि रंजन वरिष्ठ अधिवक्ताओं से कानूनी सलाह भी ले रहे हैं, ताकि वे ईडी की जांच से बच सकें. जमीन घोटाले में जिन सातों आरोपियों से ईडी पूछताछ कर रही है, उनसे भी ईडी को आइएएस छवि रंजन के विरुद्ध कई अहम जानकारियां मिली है.
आरोपियों को ईडी की विशेष अदालत में किया जाएगा पेश
सभी सातों आरोपियों की रिमांड अवधि भी सोमवार को ही समाप्त हो रही है. सभी सातों आरोपियों को सोमवार को ही ईडी की विशेष अदालत में प्रस्तुत किया जाएगा, जिनमें से चार आरोपियों की रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए ईडी विशेष अदालत से आग्रह करेगी. शेष तीन को न्यायिक हिरासत में बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार में भेजने की तैयारी है.
सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन और चेशायर होम रोड स्थित एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री मामले में ईडी की जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हो चुका है. सेना के कब्जे वाली जमीन को फर्जी रैयत बनकर प्रदीप बागची ने 2021 में जगतबंधु टी इस्टेट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिलीप घोष को रजिस्ट्री कराई थी.
प्रदीप बागची ने बंगाल के जिस रजिस्टर्ड डीड के आधार पर जमीन बेची थी, उसमें प्रदीप बागची के पूर्वज ने 1932 में जिससे जमीन खरीदी थी, उसका नाम ही नहीं था. यह देखकर तत्कालीन रजिस्ट्रार घासीराम पिंगुआ ने आपत्ति जताई थी. इसके बाद उपायुक्त के आदेश पर बड़गाईं के तत्कालीन अंचलाधिकारी की अनुशंसा के बाद उक्त जमीन की रजिस्ट्री हुई थी.
13 अप्रैल को हुई थी छवि रंजन से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी
जमीन घोटाले में ईडी ने गत 13 अप्रैल को आइएएस छवि रंजन सहित 18 लोगों से जुड़े 22 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी. इस छापेमारी में ईडी को बड़गाई के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के आवास भारी मात्रा में डीड मिले थे. वहीं कुछ जमीन माफिया के यहां से फर्जी डीड बनाने के स्टांप आदि मिले थे.
उक्त छापेमारी में छवि रंजन का मोबाइल भी ईडी ने बरामद किया था, जिसमें ईडी के संभावित प्रश्न व उसके तैयार उत्तर भी थे. इससे यह स्पष्ट हो गया था कि छवि रंजन को यह आशंका पहले से थी कि ईडी किसी भी दिन उनके आवास पर दस्तक दे सकती है और हुआ भी ऐसा ही.
जमीन घोटाले में गिरफ्तार बड़गाईं अंचल का राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद, फर्जी रैयत प्रदीप बागची, जमीन कारोबारी अफसर अली उर्फ अफ्सू खान, इम्तियाज अहमद, मोहम्मद सद्दाम हुसैन, तल्हा खान व फैयाज खान से रिमांड पर पूछताछ चल रही है.
सोमवार को आइएएस छवि रंजन अगर पूछताछ में शामिल होंगे तो उन्हें आरोपियों के सामने ईडी उनके बयानों का सत्यापन कराएगी. इन सातों आरोपियों में से चार की रिमांड अवधि बढ़ाकर ईडी आइएएस छवि रंजन से आमने- सामने पूछताछ करेगी.
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Reporter for Industrial Area Adityapur