सरायकेला/ Pramod Singh सरस्वती शिशु मंदिर उच्च विद्यालय सरायकेला के शांतिकुंज में रविवार को नूतन अभिभावकों के लिए अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया. समारोह का शुभारंभ विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रमानाथ आचार्य, प्रधानाचार्य पार्थसारथी आचार्य, उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति व अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
स्कूल के प्रधानाचार्य ने सभी अभिभावको को विद्यालय के संचालन, पठन- पाठन व इसमें अभिभावकों की भूमिका पर विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बच्चों के लिए आप हमसे अपेक्षा रखते हैं उसी तरह से हमारी भी आपसे कुछ आशाएं और अपेक्षाएं होती हैं. हम भैया- बहनों के सर्वांगीण विकास के क्रम में शारीरिक, प्राणिक, मानसिक, बौद्धिक, आध्यात्मि ऐप पर पढ़ें नैतिक विकास के माध्यम से शिक्षा प्रदान करते हैं. भैया- बहना के शिक्षा में आप सभी का भी विशेष योगदान होता है. आपके सहयोग के बिना हमारी शिक्षा संभव नहीं है. हमारे बीच अच्छे संबंध एवं सहयोग बहुत जरूरी है. समय पर बच्चों को विद्यालय भेजना, घर का बना हुआ जलपान, समुचित रूप से किताब कॉपी, पठन सामग्री उपलब्ध कराना, दैनिक रूप से पठन- पाठन की जांच करना आदि मुख्य रूप से शामिल है. मोबाइल भैया- बहनों के विकास में बहुत बड़ा बाधक है. बच्चों को मोबाइल से दूर रखना अभिभावकों की अपनी जिम्मेदारी होनी चाहिए.
इसके अलावा प्रधानाचार्य ने नई शिक्षा 2020 के बारे में भी अभिभावकों को जानकारी दी और कहा कि जिस पेड़ का जड़ जमीन के अंदर जितना अधिक गहराई में जाता है वह आंधी और तूफान का मुकाबला उतना ही मजबूती के साथ कर सकता है. ठीक वैसे ही जिस बच्चे में अधिक संस्कार और सदाचार होता है वह अपने दैनिक जीवन में उतना ही प्रगति के पथ पर आगे बढ़ता है.
विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष रमानाथ आचार्य ने कहा कि बच्चों को अच्छी शिक्षा देना और उनका भविष्य निर्माण करना हमारे उद्देश्य होने चाहिए. ज्ञान केवल जीविका उपार्जन का उद्देश्य नहीं होने चाहिए. बच्चों का सर्वांगीण विकास हमारा लक्ष्य हो. यही विद्या भारती का भी लक्ष्य है. समारोह का संचालन उप प्रधानाचार्य तुषार कांत पति ने किया. मौके पर अभिभावक और सभी आचार्य दीदी उपस्थित रहीं.