गया/ Pradeep Ranjan जिला प्रशासन द्वारा ‘रन फ़ॉर नीरा’ का आयोजन किया गया. यह आयोजन शहर के टावर चौक के समीप किया गया. जहां ‘रन फ़ॉर नीरा’ को जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस कार्यक्रम में पुलिस- प्रशासनिक सहित शहर के कई गणमान्य लोग शामिल हुए. जिन्होंने नीरा के उत्पाद एवं इससे होने वाले फायदे को लेकर लोगों को जागरूक किया.
वही गांधी मैदान के मुख्य द्वार पर नीरा स्टॉल का उद्घाटन सदर एसडीओ अनिल कुमार ने फीता काटकर किया. इस मौके पर उपस्थित लोगों के बीच नीरा से बने खाद्य पदार्थ सामग्री नीरा, आइसक्रीम, पेड़ा, लाई लोगों के बीच वितरण की गई.
video
इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि नीरा को प्रोत्साहित करने हेतु जिला परियोजना समन्वयक इकाई जीविका द्वारा नीरा दौड़ आयोजित की गई. इस दौड़ में जीविका समूह के लोगों ने टावर चौक से दौड़ लगाई, जो जीबी रोड, समाहरणालय, राय काशीनाथ मोड़ होते हुए गया के गांधी मैदान स्थित गांधी मंडप तक जाकर समापन की गई.
नीरा को बढ़ावा देने के लिए हमलोग प्रचार-प्रसार कर रहे हैं. बिहार में गया जिला नीरा से बने खाद्य पदार्थ उत्पादन की बिक्री में अव्वल स्थान हासिल किया है. गया में 15 लाख लीटर नीरा उत्पादन कर बिक्री की गई है. इसको बढ़ावा देने के लिए लोगों के बीच जागरूकता फैला रहे हैं. लोगों से अपील है कि कोल्ड ड्रिंक्स की जगह पर नीरा का सेवन करें. नीरा पौष्टिक है. स्वास्थ्य के लिए लाभदायक भी है. नीरा से तिलकुट, पेड़ा, काला जामुन, आइसक्रीम बनाई जा रही है. शराबबंदी के पहले लोग इसे ताड़ी के रूप में पीते थे, वहीं सरकार की पहल पर नीरा बनाया जा रहा है. जो लोग नीरा की आड़ में ताड़ी की बिक्री करेंगे, वैसे लोगों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी. नीरा का जैसे- जैसे उत्पादन में बढ़ोतरी हो रही है, वैसे- वैसे बिक्री केंद्र की संख्या बढ़ाई जा रही है. अभी 146 बिक्री केंद्र गया जिले में है. इस बार 17 लाख लीटर नीरा का उत्पादन लक्ष्य रखा गया है.
बाइट
डॉ. त्यागराजन एसएम (जिलाधिकारी- गया)