औरंगाबाद/ Dinanath Mouar जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के हसनबार गांव में दो स्थानीय नेताओं में लंबे समय से चल रही पुरानी राजनीतिक रंजिश अब खूनी हो गई है. अब दोनो ओर से हिंसा होने लगी है और खून बहने लगा है. दोनों पक्षों में लगातार दो दिनो में खूनी संघर्ष कई बार हो चुका है. पहले दिन को महेंद्र यादव समेत दो लोगों की लाठी- डंडे से जमकर पिटाई कर दी गई. पिटाई से दोनो के सर फटे और इलाज के दौरान मदनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने दोनो को सिर में 12 से 15 टांके लगाने के बाद बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया. इसी घटना का बदला बुधवार को दूसरे पक्ष के लोगों ने लिया.
दूसरे पक्ष ने तलवार से हमला बोल पति- पत्नी समेत तीन को गंभीर रूप से घायल कर दिया. आनन- फानन में तीनों को इलाज के लिए मदनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उनकी हालत नाजुक बताते हुए बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया . घायलों में हसनबार गांव निवासी महेंद्र यादव, उसकी पत्नी मानती देवी और अमका यादव शामिल है. अभी सभी घायलों का औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज किया जा रहा है. मदनपुर थानाध्यक्ष शशि कुमार राणा ने बताया कि दोनों घटनाएं पुलिस के संज्ञान में है. मामले की छानबीन की जा रही है. अभी तक किसी पक्ष से आवेदन नही मिला है. आवेदन मिलने के बाद प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी. पुरानी रंजिश को लेकर मारपीट हुई है. गौरतलब है कि मदनपुर के दक्षिणी उमगा पंचायत की राजनीति में पूर्व उप प्रमुख सत्येंद्र यादव और उपेंद्र यादव की तूती बोलती है. सामान्य सीट होने पर ये स्वयं पंचायत चुनाव लड़ते है जबकि आरक्षण की स्थिति में अपने किसी करीबी और आज्ञाकारी को चुनाव लड़वाते है. उसके चुनाव जीतने के बाद पंचायत की सत्ता इन्ही के हाथों में रहा करती है. पंचायत की सत्ता को लेकर ही दोनों में पिछले तीन पंचायत चुनावों में राजनीतिक रंजिश चली आ रही है. हालांकि पहले यह रंजिश चुनावी राजनीति के मैदान तक ही सीमित थी, लेकिन अब यह रंजिश हिंसक हो गई. इसी कड़ी में दोनों पक्षों ने दो दिनों में एक दूसरे पर कातिलाना हमला किया जिसमें दोनो पक्षों के पांच लोग घायल हुए. अब दोनों के बीच शुरू हुआ हिंसक संघर्ष आगे क्या रंग लेगा, यह तो वक्त ही बताएगा.