तिरुलडीह: सरायकेला जिला का तिरुलडीह बालू घाट इन दिनों फिर से चर्चा में है. जहां एकबार फिर से बालू माफियाओं की सक्रियता बढ़ गई है. जहां करीब आधा दर्जन बालू घाटों से अवैध बालू का उठाव हो रहा है.
बता दें कि अवैध बालू के उठाव को लेकर यहां लगातार करवाई भी होती रही है, मगर बालू माफियाओं का रसूख ऐसा कि प्रशासनिक सख्ती का उनपर कोई जोर नहीं. अवैध बालू का खनन बदस्तूर जारी है. सरकार को हर दिन बालू माफिया लाखों के राजस्व का चूना लगा रहे हैं, जिसे देखनेवाले जिम्मेदार मौन हैं. क्षेत्र से होकर गुजरनेवाली स्वर्णरेखा नदी के तिरुलडीह, सपादा सहित कई अवैध बालू घाट तिरुलडीह थाना क्षेत्र में है. इन दिनों सापारुम घाट भी चर्चा का विषय बना हुआ है. जहां बालू का कारोबार धड़ल्ले से जारी है.
जहां हाई कोर्ट की सख्तीके बाद भी बालू का उठाव जारी है. इन दिनों ट्रैक्टर से रोजाना आधा दर्जन घाट से अवैध बालू का उठाव किया जा रहा है. रात भर हाइवा द्वारा इन अवैध बालू को तिरुलडीह शहीद चौक होते हुए कुकड़ू, सिरम के रास्ते बंगाल भेजा जाता है. इतने बड़े पैमाने पर बालू का कारोबार संचालित होने के बाद भी स्थानीय पुलिस प्रशासन मौन है जो बात हजम नही हो रही है. मौन रहने की वजह क्या है ये तो जांच का विषय है. वैसे यह भी सुना जा रहा है कि बालू के इस अवैध खेल में नीचे से लेकर ऊपर तक हिस्सा फिक्स है. यही वजह है कि तमाम बंदिशों के बाद भी बालू माफिया धड़ल्ले से क्षेत्र में अवैध बालू का कारोबार कर रहे हैं.