बांका/ Ashish Kumar बिहार के बांका जिले में इंडिया न्यूज वायरल बिहार झारखंड की खबर का असर हुआ है. जहां खबर पर संज्ञान लेते हुए, उपायुक्त अंशुल कुमार ने राजस्व सह अंचल कार्यालय धोरैया के राजस्व कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से हटाते हुए आरोप पत्र गठित करने का आदेश दे दिया है जिसके बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है.
बता दें कि इंडिया न्यूज़ वायरल की टीम ने “यह कैसा सुशासन है नीतीश बाबू ! दलाल चला रहे अंचल, अधिकारी हो रहे मालामाल, पूछती बिहार की जनता कब सुधरेगा बिहार” शीर्षक से धोरैया अंचल कार्यालय में चल रहे भ्रष्टाचार की पोल खोली थी. जिसके बाद मामले की जांच अंचल अधिकारी धोरैया से करायी गयी. अंचल अधिकारी, धोरैया द्वारा पत्रांक-203 दिनांक- 13.03.2023 से जाँच प्रतिवेदन समर्पित किया गया. जाँच प्रतिवेदन में उल्लेख किया गया है कि “India News” पर वायरल वीडियो विपल्व कुमार सिंह, राजस्व कर्मचारी के हल्का कार्यालय से संबंधित है. जांच के उपरांत अंचलाधिकारी द्वारा संबंधित हल्का कर्मचारी के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई हेतु अनुशंसा की गयी.
क्या कहा डीसी ने अपने आदेश में
अपने आदेश में डीसी ने कहा है कि वायरल वीडियो एवं जाँच प्रतिवेदन से स्पष्ट है कि अंचल कर्मचारी श्री सिंह द्वारा अपने हल्का कार्यालय में दलाल के माध्यम से सरकारी कार्यों का निष्पादन किया जाता है. श्री सिंह का कार्यकलाप सरकारी सेवक आचार नियमावली 1976 के विपरीत भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का मामला प्रतीत होता है. उपरोक्त स्थिति में सम्यक विचारोपरांत श्री विपल्व कुमार सिंह, राजस्व कर्मचारी, धोरैया को प्रथम दृष्टया भ्रष्टाचार में लिप्त रहने का दोषी मानते हुए बिहार सरकारी सेवक (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियमावली-2005 के नियम-9(1) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाता है एवं नियमावली के नियम-10 के तहत इन्हें निलंबन अवधि में जीवन निर्वाह भत्ता देय होगा. निलंबन अवधि में श्री सिंह का मुख्यालय अंचल कार्यालय, बेलहर निर्धारित किया जाता है. अनुमंडल पदाधिकारी, बांका एवं भूमि सुधार उप समाहर्त्ता बांका वायरल विडियों की सत्यता की जाँचोपरान्त सही पाये जाने पर संबंधित उक्त कर्मचारी के विरूद्ध कानूनी काiर्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. साथ ही आरोपी कर्मचारी के विरूद्ध अनुशासनिक कार्रवाई हेतु आरोप पत्र गठित कर एक सप्ताह के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे.
अंचल कर्मचारी पर कार्रवाई होते ही पूरे जिले में हड़कंप मच गया है और भ्रष्टाचार में लिप्त कर्मचारियों और अधिकारियों के माथे पर शिकन स्पष्ट नजर आने लगी है.
हमारा सवाल
इंडिया न्यूज़ वायरल बिहार झारखंड का उद्देश्य किसी कर्मचारी के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना नहीं, बल्कि सिस्टम में लगे घून को बाहर निकलना है. सुशासन बाबू के बिहार के माथे पर लगे भ्रष्ट अधिकारियों एवं कर्मचारियों के रूप में कलंक को सरकार को दिखाना है. वैसे हमारी खबर पर उपायुक्त ने कार्रवाई जरूर की, मगर केवल एक छोटी मछली ही जिम्मेदार क्यों ? आखिर उन्हें लूटने का अधिकार किसने दिया ? किसी खास दिन में तो लूट की यह तस्वीर सामने नहीं आई, जिम्मेदार मौन क्यों थे ? क्या इसके लिए अंचलाधिकारी जिम्मेदार नहीं है ? यूं कहे तो उपायुक्त की चिट्ठी पर अंचलाधिकारी ने कार्रवाई की अनुशंसा तो कर दी, मगर सिस्टम के घून को यदि जड़ से मिटाना है तो ऊपर से एक- एक कर घून को बाहर निकालने की जरूरत है, तब बिहार सुधरेगा. वैसे यह एक धोरैया प्रखंड की बात नहीं, बल्कि समूचे बिहार के सभी अंचलों में कमोवेश यही स्थिति देखी जाती है. जिस पर नीचे से लेकर ऊपर तक के अधिकारी मौन हैं. चूंकि हमारे पास धोरैया अंचल कार्यालय में दलालों के राज से संबंधित वीडियो फुटेज उपलब्ध थे, मगर ऐसे कई दलाल हैं जिनकी सुबह से लेकर शाम तक अंचल कार्यालय में कटती है. जरूरत है ऐसे दलालों को चिन्हित कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.