गया (Pradeep Kumar Singh) ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के सदस्यों ने शहर के टावर चौक पर भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद की मूर्ति पर माल्यार्पण किया. साथ ही उनके मार्ग पर चलने का संकल्प लिया. इस दौरान सदस्यों ने अन्य कई बिंदुओं पर भी विचार-विमर्श किया.
इस मौके पर ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के जिलाध्यक्ष संजय कुमार सिन्हा ने कहा कि राजेंद्र बाबू भारत के पहले राष्ट्रपति थे. उन्हें देश रत्न की उपाधि मिली थी. देश के विकास में उनकी अग्रणी भूमिका थी. उनके नेतृत्व में भारत विकास की ओर बढ़ा था. उन्होंने शिक्षा पर विशेष बल दिया. यही वजह है कि जिस समाज से वे आते हैं, वह समाज बुद्धिजीवी वर्ग कहलाता है. आज हमलोग उनकी ओर से किए गए कार्यों को याद कर रहे हैं. साथ ही उन्होंने जो सपना देखा था और जो मार्ग बताए थे, उसपर चलने का संकल्प ले रहे हैं.