सरायकेला (Pramod Singh) जिले में संचालित सरकारी शराब दुकानों से संबंधित सारे मामलों के लिए सीधा उत्तरदायी होने के बावजूद जिले में शराब में पानी मिलाकर बिक्री का खेल चलता रहा और आंख बंद कर जिला से लेकर राज्य तक विभागीय पदाधिकारी सब कुछ देख रहे.
एक महीने बाद खत्म हो रहा कांट्रैक्ट
बता दें कि अप्रैल 2022 में सरकारी शराब दुकानों की कमान संभालने वाली कंपनी का एक महीने बाद सरकार से कांट्रैक्ट खत्म हो जाएगा. इसलिए सरायकेला- खरसावां जिले में कंपनी और विभाग द्वारा लूट की खुली छूट मिली है. यानी मार्च तक सरकारी दुकानों में शराब के शौकीनों से लूट जारी रहेगी. शराब दुकानों में काम करने वाले सेल्समेनों द्वारा कई बार लिखित शिकायत देने के बाद भी विभाग सेल्समेनों की एक ना सुनी. इससे प्रतीत होता है कि एजेंसी और विभाग के मिलीभगत से जिले में नकली शराब का खेल चल रहा है.
नकली शराब का खेल सबसे ज्यादा आदित्यपुर, गम्हरिया और चांडिल में
सरायकेला- खरसावां जिले में शराब की दुकानों से अक्सर नकली शराब बेचे जाने की शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा की जा रही है, लेकिन उत्पाद विभाग मौन है. सूत्रों की मानें तो सरायकेला- खरसावां जिले में अवैध तरीके से नकली शराब मंगाकर उसे बोतल में भरकर असली बताकर सरकारी शराब दुकानों से बेचा जा रहा है. शिकायत मिलने के बाद भी उत्पाद विभाग लीपापोती कर देता है. खासकर आदित्यपुर, गम्हरिया और चांडिल में नकली शराब का खेल धड़ल्ले से जारी है.