राजनगर (Pitambar Soy) प्रखंड क्षेत्र के कलाझरना में शहीद बिरसा क्लब की ओर से आयोजित माघे पर्व रविवार को धूमधाम से सम्पन्न हुआ. कार्यक्रम के समापन में बतौर मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, विशिष्ठ अतिथि राजनगर भाग -15 की जिप सदस्य मालती देवगम, भाग -16 की जिप सदस्य सुलेखा हांसदा, मुखिया राजो टुडु, ग्राम मुंडा डोबरो देवगम, , देउरी पितराम सोय, सामुराम टुडु, पटेल हांसदा आदि उपस्थित थे.
ग्रामीणों ने जिला परिषद सदस्य सोनाराम बोदरा एवं अतिथियों का जोरदार स्वागत किया. जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा एवं जिप सदस्यों ने भी मांदर की थाप पर ग्रामीणों संग मागे नृत्य किया. मंच पर फूलमाला पहना कर अतिथियों का स्वागत किया गया. ग्रामीणों के जोरदार ढंग से स्वागत व सम्मान पाकर सोनाराम बोदरा एवं अन्य अथिति गदगद हुए. इस मौके पर ग्रामीणों को संबोधित करते हुए जिप अध्यक्ष सोनाराम बोदरा ने कहा कि माघे पर्व हमारे आदिवासी समाज का मुख्य त्योहार है. पर्व त्योहार हमारी सांस्कृतिक धरोहर हैं. उन्होंने कहा कि आज मोबाइल और कम्प्यूटर का जमाना है. लेकिन हम चाहें जितना भी आधुनिक हो जाएं. लेकिन अपनी सांस्कृतिक परंपराओं को न भूलें. आदिवासियों की अपनी कला और संस्कृति से ही विशेष पहचान है. साथ ही हमें आदिवासी समाज को जागरूक और शिक्षित करने की भी आवश्यकता है. इसके लिए हमें बच्चों की पढ़ाई लिखाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. ताकि हमारे बच्चे पढ़ लिखकर समाज का नाम ऊंचा करें. हमें अपनी भाषा संस्कृति बचाए रखने के लिए इस तरह का आयोजन करना जरूरी है. झारखण्ड सरकार की ओर से भी जाहेरस्थान की घेराबंदी और माझी अखाड़ा का निर्माण कर हमारी सांस्कृतिक परंपरा को बचाने का प्रयास हो रहा है. इससे पहले शुक्रवार को देउरी पितराम सोय ने मुर्गे की बलि देकर माघ पूजा कर गांव की सुख समृद्धि की कामना की. हर घर से लोग एक एक मुर्गे को माघ पूजा में सिंहबोंगा को अर्पित किया और खिचड़ी प्रसाद ग्रहण किया. इसके बाद पारंपरिक रीति रिवाज अनुसार देउरी दारोम (स्वागत) में पारंपरिक परिधान पहनकर नाचते हुए देउरी को उनके घर पहुंचाया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में ग्राम मुंडा डोबरो देवगम, कोषाध्यक्ष दुम्बी देवगम, सचिव सुनील सोय, देउरी पितराम सोय, डिबर सिदू, सौरभ जामुदा, सुनील देवगम, सुखलाल गागराई, सितंबर देवगम, लालमोहन जामुदा, संजय लोहार, लालसिंह सोय, सकुन जामुदा, अनिता सोय, बिरसा सिदू, रोशन जामुदा, भीम देवगम सहित समस्त ग्राम वासियों का अहम योगदान रहा.
*मिस और मिसेज कालझरना चयन प्रतियोगिता रहा मुख्य आकर्षण का केंद्र*
माघे पर्व के अवसर पर प्रत्येक साल की तरह इस साल भी विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिता के साथ- साथ मिस कालाझरना, मिसेज कालाझरना एवं बेस्ट ट्रेडिशनल ड्रेस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें मिस कालाझरना के रूप में नीलडूंगरी की मानी बानसिंह को चयनित किया गया. वहीं मिसेज कालाझरना के रूप में कोंदाडीह की जेमा बोदरा तथा बेस्ट ट्रेडिशनल ड्रेस में लाटकुगोड़ा की अंजली सिदू को चुना गया. मिस कालाझरना को पीतल हांडा व मिशेज एवं मिसेज और बेस्ट ट्रेडिशनल ड्रेस को भी आकर्षक पुरस्कार से नवाजा गया. कार्यक्रम काफी संख्या में मेहमान आये थे. लगभग गांव के हर घर में मेहमान भरे पड़े थे. तीन दिनों तक लोग माघे के उमंग में डूबे थे. रात भर अखाड़े में मागे नृत्य करते रहे.
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