औरंगाबाद (Dinanath Mouar) छोटी- मोटी बात पर प्रायः हर घर में पति- पत्नी के बीच झगड़े आम है. औरंगाबाद के ओबरा थाना के शंकरपुर गांव में भी महाशिवरात्रि के दिन एक दंपत्ति के बीच ऐसा ही झगड़ा हुआ पर झगड़े के बाद दोनों ने एक- दूसरे को सबक सिखाने के लिए जो कदम उठाया, उससे हर किसी का कलेजा कांप उठा.
जानने- सुनने के बाद हर किसी ने कहा जिंदगी तो जंग है और यह जंग चलता ही रहना चाहिए, जंग से मुंह मोड़ना तो कायरता है और दोनों ने ऐसी ही कायरता का परिचय दिया है. चूंकि महाशिवरात्रि विष का सेवन करनेवाले नीलेकंठेश्वर का दिन है. शायद इसी वजह से झगडे़ के बाद पति- पत्नी दोनो ने ही शिव जी की भांति हलाहल (विष) को गले उतार लिया. शिवजी तो भगवान है, उनमें हलाहल को जज्ब कर छाने की क्षमता है. इस कारण हलाहल से कुछ नही बिगड़ा और हलाहल के प्रभाव से सिर्फ़ उनका कंठ नीला होकर रहा और वे नील कंठेश्वर महादेव कहला गये, लेकिन यहां हलाहल का सेवन करनेवाले दंपत्ति के साथ ऐसा तो होना ही नही था, और हुआ भी यही. विष ने अपना असर दिखाया और पति की तो मौत हो गयी जबकि पत्नी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है.
बताया जाता है कि शंकरपुर गांव में घरेलू विवाद से तंग आकर एक दंपत्ति ने जहर खाकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने की कोशिश की. घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण दौड़े और दोनो को इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल लाया, जहां इलाज के दौरान पति की मौत हो गई जबकि पत्नी का इलाज अभी जारी है. घटना के बारे में परिजनों ने बताया कि पति रौशन कुमार ने बाजार से सब्जी खरीद कर घर लाया. इसी बीच किसी बात को लेकर पति व पत्नी में विवाद शुरू हो गया. विवाद के बाद पत्नी ने जहर खा लिया. इसे देख पति ने भी जहर खा लिया. जब इसकी जानकारी गांव वालों को हुई तो लोग दोनों को इलाज के लिए लेकर औरंगाबाद सदर अस्पताल आए जहां इलाज के दौरान पति की मौत हो गयी. वहीं पत्नी रेशम देवी की हालत नाजुक बनी हुई है. वह सदर अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रही है. घटना की सूचना मिलने पर सदर अस्पताल पहुंचे औरंगाबाद नगर थाना के दारोगा जितेंद्र कुमार ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौप दिया. अब औरंगाबाद पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है.