खरसावां में संचालित मिशन ऑफ एलोहिम अग्रेजी स्कूल में वार्षिक उत्सव 2023 का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में स्कूली बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती देकर श्रोताओं को झुमने पर मजबूर कर दिया गया.
सांस्कृतिक कार्यक्रम का उदघाटन सेवानिवृत शिक्षक जयंशंकर नंद, डीएसए सचिव मो. दिलदार, शिक्षक हारून रशिद, अनूप सिंहदेव, स्कूल के प्राचार्य अजीत कुमार महतो, बीपीओ पंकज कुमार महतो द्वारा दीप प्रज्जलीप कर किया.
इस दौरान स्कूल के छोटे- छोटे बच्चो ने वेलकम सांग एवं गर मंदिर से नहीं है कम गाकर सांस्कृतिक की शुरूआत की. स्कूली छात्र- छात्राओं के भव्य रंगा- रंग सांस्कृतिक नृत्य, संगीत व नाटक की प्रस्तृती देखकर अभिभावकों को झूमने पर मजबूर कर दिया.
नन्हे कलाकारों ने ओम शांति ओम.., इतनी हंसी, इतनी खुशी…, एक बटा दो, दो बटा चार, छोटी छोटी बातो में बट गया संसार…, बम बम बोले, मस्ती में डोले…, मुझे माफ करना ओम साईराम…, डागूआ मानेरे…, आज है सन्डे, मौज मनाओं…, रिमझिम पानी बारसू थिला…, नाचु में आज छम छम छम…, तू लाॅन्ग मै इलायची, तेरे पीछे आ गवाछी…, मेरी चाहत का दिया ओ मेरे पिया…, नजर जो तेरे लगी मे दिवानी हो गई…, मोहे रंग दो लाल, नद के लाल…, लिखे जो खत तुझे वो तेरी याद में…सहित नाटक सनकी मैडम, संथाली डांस व जली डांस व संबलपुरी नृत्य, नागपुरी आदि नृत्य-संगीत की भव्य प्रस्तृती दी.
शिक्षा जीवन का अनमोल धन है- जयशंकर
खरसावां के सेवानिवृत शिक्षक जयशंकर नंद ने कहा कि कहा कि शिक्षा एक अनमोल धन है. इसे प्राप्त करना एक तपस्या है. शिक्षा एक ऐसी पूंजी है जो हमेशा मनुष्य के साथ रहती है. वहीं अनुशासन पर जोर देते हुए कहा कि अनुशासन के बिना शिक्षा की कल्पणा संभव नही है. जिस स्कूल में अनुशासन है, वहां शिक्षा है.
शिक्षा ऐसा संस्कार है जो व्यक्ति को बनाता महान: दिलदार
जिला स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सचिव मो. दिलदार ने कहा कि शिक्षा ऐसा संस्कार है जो व्यक्ति को साधारण परिवार में जन्म लेने के बाद भी उच्च व महान बना देती है.
मिशन ऑफ एलोहिम अग्रेजी स्कूल क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में सबसे गैरसरकारी संस्था है जहां विद्यार्थियों को ज्ञान- विज्ञान के साथ देश प्रेम, समाज सेवा, संस्कृति तथा नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती है.
ये थे मौजूद
सेवानिवृत शिक्षक जयंशंकर नंद, डीएसए सचिव मो. दिलदार, बीपीओ पंकज कुमार महतो, शिक्षक हारून रशिद, अनूप सिंहदेव, स्कूल के प्राचार्य अजीत कुमार महतो, सुधा महतो, प्रिती पांडा, किरण भारती, संयुैत कालिंदी, आदि दास, संगीता कालिंदी, ममता महतो, सीमा नापित, संजु महतो, सरितारानी प्रधान, कमल साहु, प्रमानंद नंदा आदि मौजूद थे.