सरायकेला (Pramod Singh) बुधवार को भगवान बिरसा मुंडा स्टेडियम में श्याम मित्र मंडल के तत्वावधान में आयोजित श्री श्याम रंग रंगीला बसंत ऋतु महोत्सव में भजन संध्या का आयोजन किया गया. श्री श्याम रंग रंगीला बसंत ऋतु महोत्सव का शुभारंभ गणेश वंदना से किया गया. भजन संध्या का शुभारंभ होते ही कलानगरी सरायकेला श्याम रस में डूब गया.
भजन संध्या के आरंभ होते ही राज पारीक कोलकाता, शीतल पांडे दिल्ली, नम्रता करवा मुंबई, आर्दश दाधीच, अनुभव अग्रवाल व नरेश पूनिया के भजनों से श्रोता झूमने लगे. रंग दे सबको नीला- पीला, ओ खाटू के राजा, अब हट न कर.., जल्दी आजा मान भी जाओ खाटू के राजा…. श्याम बाबा के गीत पर सभी झूमते रहे. फाल्गुन में पहली बार हाथों में निशान ले गया, उस दिन से सांवरिया मुझ पे मेहरबान हो गया…. सांवरे को दिल में बसा कर तो देखो… दुनिया दुनिया से मट को हटा कर तो देखो…. बड़ा ही दयालु है वो मेरा शाम, एक बार उनके शरण में आकर तो देखो… जिंदगी से दूर सारी मेरी तकलीफ हो गई, हारा हुआ हुआ था मैं, अब तो मेरी जीत होगई. बाबा तेरी ज्योति चारों तरफ महकती रहे, तेरे इत्र की खुशबू चारों तरफ महकती रहे. न आए कोई बला श्याम भक्तों पर, तेरी कृपा से झोली खुशियों की भरती रहे जैसे भजनों की अमृत वर्षा होने लगी और श्रोता श्याम रस में डूबते चले गये.
बाबा श्याम के भजनों से पूरा नगर भक्तिमय हो गया और श्रोता झूमने उठे. नम्रता करवा की भजनों से श्रोता ने जमकर लुत्फ उठाया. इस मौके पर बाबा का आलौकिक श्रृंगार छप्पन भोग, अखंड ज्योत एवं अद्भुत दरबार का आयोजन किया गया था जो महोत्सव का मुख्य आकर्षण रहा.
महोत्सव में झाररखंड के अलावे ओड़िशा व बंगाल से भी श्रद्धालु पहुंचे थे. इस मौके पर भजन संध्या में हजारों की भीड़ थी और पूरा स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था.
Reporter for Industrial Area Adityapur