खरसावां के गुरुकुल के निदेशक गजेंद्र नाथ चैहान ने कहा कि जिस तरह नई बजट में सरकार ने नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी की बात की, यह छात्रों के लिए खुशी की बात है. इससे छात्रों को कंपटीशन की तैयारी करने और सुलभ ज्ञान हासिल करने में सहायता होगी.
वहीं पंचायत और वार्ड लेवल पर फिजिकल लाइब्रेरी से ग्रामीण बच्चों के विकास में तेजी आएगी. जिस तरह से सरकार 740 एकलव्य मॉडल के लिए शिक्षकों की भर्ती कर रही उसकी भी सराहना करते हैं. ट्राइबल स्टूडेंट्स के लिए देश भर में 7 हजार से ज्यादा एकलव्य मॉडल स्कूल खुलेंगे. इनमें पढ़ाने के लिए 38,000 से अधिक टीचर्स और स्टाफ की नियुक्ति की जाएगी. इस तरह देखा जाए तो शिक्षा के साथ- साथ करियर का भी विकल्प मिलेगा. यही नहीं सरकार ने बजट में कोरोना के दौरान जिन बच्चों को पढ़ाई का नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई के लिए नेशनल बुक ट्रस्ट, चिल्ड्रन्स बुक ट्रस्ट और दूसरे सोर्सेस को रीजनल लैंग्वेजेस में भी किताबें उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित करने की बात कही है. यही नहीं उन्हें इंग्लिश में भी किताबें उपलब्ध कराई जाएंगी. ग्रामीण क्षेत्रों के जिला पंचायत से सहायता ली जाएगी ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं और बच्चों को नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी का जानकारी दी जा सके साथ ही उन्हें इसका लाभ बताया जा सके.