खरसावां (प्रतिनिधि) केन्द्रीय गौड सेवा संघ का एक प्रतिनिधिमंडल खरसावां विधायक दशरथ गागराई से मुलाकात कर विभिन्न समस्याओं से संबंधित तीन सूत्री मांग पत्र सौंपकर सम्स्याओं के समाधान की मांग की है. विधायक को सौपे गए मांग पत्र में कहा गया है, कि कोल्हान प्रमंडल के तीनों जिलों में उड़िया भाषा बहुल क्षेत्र गांव है. जिसमें पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला- खरसावां एवं पूर्वी सिंहभूम में लगभग 40 लाख मूलवासी एवं उड़िया भाषा भाषी जनता गौड़, गोप, ग्वाला, प्रधान जाति के लोग कई समस्याओं से परेशान है.
जिसमें मुख्य रूप से राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद द्वारा मान्यता प्राप्त राजकीय प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के सप्तम पत्र में उड़िया भाषा को झारखंड अधविध परिषद अध्यक्ष द्वारा समाप्त कर दिया गया है. उन्हें पुनः सप्तम पत्र में उड़िया भाषा को शामिल करने, संविधान के अनुच्छेद 29 एवं 30 में निहित अपनी मातृभाषा में शिक्षा ग्रहण करने के अधिकार की रक्षा के तहत कोल्हान के प्रत्येक उड़िया भाषा गांव और नगर के सभी विद्यालय में उडिया शिक्षक एवं पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराने, कोल्हान प्रमंडल में उड़िया भाषा भाषी प्रधान जाति में उपजाति गौड, ग्वाला गोप, महाकुड़, गोपाड, गिरी, वारिक, तेहरा है, जो एक ही जाति ग्वाला ही है. जो ओबीसी-1 की श्रेणी में ही आते हैं. परंतु मूल खतियान में किसी- किसी गांव में उपजाति विभिन्न प्रकार दर्ज है. जिसके कारण ओबीसी-1 का सर्टिफिकेट नहीं बन पा रहा इस विसंगतियों को दूर कर ओबीसी-1 का सर्टिफिकेट को निर्गत करने के लिए उचित कार्रवाई करने की मांग की गई है. विधायक को मांग पत्र सौपने के दौरान मुख्य रूप से गौड़ सेवा संघ के केंद्रीय सह सचिव बलराम प्रधान, समाजसेवी वीरेंद्र प्रधान, समाजसेवी दिलीप प्रधान, समाजसेवी नीलमाधव प्रधान, लक्ष्मीधर बारीक, अजीत प्रधान, सचिंदर प्रधान, विवेकानंद प्रधान आदि उपस्थित थे.
Reporter for Industrial Area Adityapur