खरसावां में मां दामादिरी देवी पूजा- अर्चना विधि विधान के साथ की गई. दामादिरी देवी के दर्शन को लेकर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. दामादिरी मेले मे भक्तों ने मां दामादिरी देवी की पूजा- अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की. मां दामादिरी देवी की पूजा अर्चना करने भारत सरकार के जनजातीय केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, उनकी धर्म पत्नी मीरा मुंडा, खरसावां विधायक दशरथ गागराई भी पहुचें और मां की पूजा- अर्चना कर क्षेत्र की खुशहाली की कामना की.
इस दौरान दामादिरी मेला में हो समाज दोष्तुर आंकडा द्वारा आयोजित मागे कार्यक्रम में शामिल होकर केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, खरसावां विधायक दशरथ गागराई पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, मीरा मुंडा मांदर की थाप थिरके और मागे नृत्य कर अपनी भाषा- संस्कृति की रक्षा करने का संक्लप लिया.
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मौके पर श्री मुंडा ने कहा कि हमारी संस्कृति है, उसको बनाए रखना है. भारत विभिन्नताओ का देश है. हर जगह आदमी खुशी मनाने के लिए अपने जीवत को सामाजिक बनाए रखता है. मुझे खुशी है कि देश की संस्कृति विरासत को दुनिया के सामने हम लेकर जा रहे हैं. उन्होने कहा कि प्रचलित और एतिहासिक तथ्यों से जुड़ी हुई मकर संक्रांति का त्योहार है. मकर संक्रांति के माध्यम से नई उमंग के साथ पतझड़ में प्रवेश करते हैं. पुराने जमाने के लोग त्योहारों के माध्यम से अपनी खोज को संस्कार में बदलने का काम किया है. यह त्यौहार आपस में खुशी और प्यार बांटने का त्यौहार है.
अर्जुन मुंडा (केंद्रीय मंत्री)
खरसावां के दामादिरी मैदान में जय मां दामादिरी स्पोर्टस क्लब द्वारा आयोजित खेलकूद प्रतियोगिता में प्रथम एवं दितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया.
इस दौरान मुख्य रूप से केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, खरसावां विधायक दशरथ गागराई पूर्व विधायक मंगल सिंह सोय, पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, मीरा मुंडा, भाजपा एसटी मोर्चा के प्रदेश कोषाध्यक्ष गणेश माहली, जिप कालीचरण बानरा, भाजपा जिलाध्यक्ष विजय महतो, उदय सिंहदेव, सुशील षाड़गी, सुमंत महांती, बबलु हेम्ब्रम, अरूण जामुदा आदि उपस्थित थे.
जीवन उद्देश्यपूर्ण बनाकर लक्ष्य तक पहुंचे: गागराई
खरसावां विधायक दशरथ गागराई ने कहा कि अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाकर लक्ष्य तक पहुचे. इस मिट्टी की सुगंध को, इस मिट्टी की ताकत को, इसी मिटटी की महक को पहचान की जरूरत है. उन्होने कहा कि मां दामादिरी के समक्ष माथा टेक्कर अपने को सौभाग्यशाली समझता हूं. इस क्षेत्र के लोगों पर मां दामादिरी की कृपा बनी रहे. अपनी परंपरा का निर्वाहन कर नई उम्मीद के साथ नई उम्मीद प्रारंभ करे.