सोनुआ (जयंत प्रमाणिक) सोनुआ प्रखंड के मजदूरों को बिना काम किए मजदूरी का भुगतान किये जाने का एक मामला प्रकाश में आया है. मामला पोड़ाहाट पंचायत के उड़नियां गांव के एक तालाब निर्माण से जुड़ा है. मिली जानकारी के अनुसार मनरेगा के तहत उड़नियां गांव के एक ग्रामीण लालमोहन मार्डी के जमीन पर तालाब निर्माण किया जा रहा है. पोड़ाहाट गांव के 15 मनरेगा मजदूरों ने विगत 11 नवंबर को काम की मांग की थी. जिसमें से 11 मजदूरों को मनरेगा कार्यालय द्वारा 13 नवंबर से काम के लिए चयनित किया गया.
जिसकी एमआर संख्या 9158 व 9159 है, लेकिन काम को लेकर किसी भी मनरेगा कर्मी द्वारा मजदूरों को सूचना तक नहीं दी गई. इस कारण उक्त सभी मजदूर काम नहीं कर सके. इधर, प्रखंड मनरेगा कार्यालय द्वारा बगैर काम कराये कुल 12 मजदूरों को दो- दो दिन का भुगतान कर दिया गया. जिसमें से एक मनरेगा मजदूर दसमा हेम्ब्रम भी शामिल है. जिसकी मौत करीब एक साल पहले हो गयी है.
भुगतान पाने वाले सभी 11 मनरेगा मजदूरों ने बताया कि उन्हें जैसे पता चला कि उन्हें बगैर काम कराये मजदूरी का भुगतान कर दिया गया है तो वे सतर्क हो गए. सभी बाद में होने वाली परेशानी से बचने के लिए प्रखंड कार्यालय पहुंचे और इसकी जानकारी दी. सभी मजदूरों ने भुगतान वापस लेने की मांग को लेकर बीडीओ को एक मांग पत्र भी सौपा है. इस सब के बीच कई गंभीर सवाल उभर रहे हैं. जो खोखली प्रशासनिक व्यवस्था की पोल खोल रहा है. इस मामले पर सोनुआ बीडीओ नंदजी राम ने कहा कि मामला काफी गम्भीर है. मामले की जांच की जाएगी.
Reporter for Industrial Area Adityapur