राजनगर (पीताम्बर सोय) राज्य के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन मंगलवार को राजनगर प्रखंड क्षेत्र के टीटीडीह गांव पहुंचे. यहां झामुमो कार्यकर्ता प्रदीप प्रधान की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की, और उन्हें पार्टी का सच्चा कार्यकर्ता बताया. इस दौरान मंत्री ने हेमंत सोरेन सरकार के कामकाज तारीफ की.
मंत्री चंपई सोरेन ने केंद्र की भाजपा सरकार पर ईडी का इस्तेमाल कर राज्य की लोकप्रिय हेमंत सरकार को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया. मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि स्टोन चिप्स के 1000 करोड़ का घोटाला सिर्फ एक शिगुफा है. यह सरकार को बदनाम और अस्थिर करने की कोशिश मात्र है, लेकिन भाजपा इसमें विफल रही.
ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसके बारे में पूछताछ की तो हेमंत ने तकनीकी पहलुओं से ईडी को माकूल जवाब दिया. मुख्यमंत्री ने ईडी पर ही सवाल किया कि अगर साहिबगंज जैसे छोटे जिले में 1000 करोड़ का स्टोन चिप्स में घोटाला हुआ है, तो इसके लिए 8 करोड़ मीट्रिक टन पत्थर खनन की आवश्यकता होगी. स्टोन चिप्स ढुलाई के लिए 20,000 से अधिक रेलवे रैक और 33 लाख ट्रक की आवश्यकता होगी. अगर प्रतिदिन 6-7 लाख ट्रक अवैध ढुलाई में लगे थे, तो कितने पेट्रोल पंप से कितना तेल खपत हुई होगी, इसका हिसाब निकलना चाहिए.
अगर ट्रेन बोगी से अवैध तरीके से माल की धुलाई हुई है तो फिर रेलवे ने अवैध ढुलाई के लिए अब तक एफआईआर क्यों नहीं किया. कौन से रेलवे यार्ड में माल डंपिंग हुई, कौन से ट्रक एजेंसी से मालन अनलोड लोड हुआ. सिर्फ 1000 करोड़ का घोटाला- घोटाला चिल्लाने से नहीं होगा. इसके कई सारे तकनीकी सवाल हैं. जिसका जवाब ईडी के पास भी नहीं है. दो साल के अंदर हजार करोड़ स्टोन चिप्स घोटाले की बात कर रहे हैं, वहां लगे मशीन भी उतना का उत्पादन नहीं कर सकते. उसको लोड करने के लिए उतने लोडर और मशीनों की भी उपलब्धता नहीं है. इसमें कितना वक्त लगा होगा यह भी सोचने वाली बात है, जबकि दो साल के अंदर 750 करोड़ से अधिक रॉयल्टी सरकार ने प्राप्त की है.
मंत्री चंपई ने कहा यह सारा खेल केंद्र सरकार के इशारे पर चल रहा है. 1000 करोड़ घोटाले का शिगूफा छोड़ा गया है. जिसे मुद्दा विहीन बीजेपी जोर- जोर से चिल्ला रही है. हेमंत सोरेन बिल्कुल पाक साफ हैं और डट कर खड़े हैं. राज्य की जनता का आशीर्वाद पुन: हेमंत सोरेन सरकार को मिलेगा. 20 साल राज करने वाली बीजेपी ने जिस तरह से राज्य को लूटा है. पिछला चुनाव फिर जीतती तो झारखंड को लूट कर खत्म कर देती. राज्य में झामुमो ही एकमात्र क्षेत्रीय पार्टी है जिसके बदौलत बीजेपी को रोका गया. हेमंत सरकार ने 3 सालों में कोविड-19 के बाद भी राज्य की जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप काम किया. चाहे सरकारी कर्मचारियों के लिए ओल्ड पेंशन स्कीम हो, आंगनबाड़ी सेविकाओं का मानदेय वृद्धि हो, पारा शिक्षकों का मामला हो, विधवा, वृद्धा पेंशन का मामला हो चाहे कोई भी आम जनता का मामला हो. अभी सुखाड़ के लिए किसानों को 3500 प्रत्येक परिवार को दिया जाएगा. अब किसी गांव में पेंशन की शिकायत नहीं है और ना ही बुजुर्ग पेंशन से वंचित हैं. हेमंत सरकार के इन्हीं जन कल्याणकारी कामों को देखते हुए बीजेपी बौखला गई है. वह राज्य से अपना जमीन पूरी तरह से खो चुकी है. इसलिए एन केन प्रकारेण सरकार को गिराने के चक्कर में शुरू से लगी है. इस दौरान ग्रामीणों की मांग पर टीटीडीह में मंत्री चंपई सोरेन ने जगन्नाथ मंदिर निर्माण में अपनी पूर्ण सहयोग करने की बात कही. जिसका निर्माण जल्द ही शुरू होगा. इससे ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ उठी. इस दौरान प्रखंड अध्यक्ष धर्मा मुर्मू, बीस सूत्री सदस्य करमु पान, शरद चंद्र प्रधान, चतुर्भुज प्रधान, तारापद प्रधान, मिथुन कुंभकार आदि उपस्थित थे.
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