गया (Pradeep Kumar Singh) जिले के डुमरिया प्रखंड के कई पंचायतों को प्रशासन द्वारा सुखाड़ घोषित नहीं करने को लेकर सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं. जिनमें पुरुष सहित महिलाएं भी शामिल हैं.
आमरण अनशन में शामिल स्थानीय किसान श्रीराम वर्मा ने कहा कि सरकार के द्वारा डुमरिया प्रखंड को सूखा घोषित किया गया था. लेकिन जब रिपोर्ट आई तो उसमें कुछ ही पंचायतों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है.
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इस कारण जो किसान सूखे की मार झेल रहे हैं, उन्हें कोई मुआवजा नहीं मिल रहा है. इसी मांग को लेकर हम लोग आमरण अनशन पर बैठे हैं. ताकि सरकार के द्वारा सूखाग्रस्त होने के कारण जो मुआवजा मिलना चाहिए, वह हम लोगों को मिल सके. शेरघाटी अनुमंडल के एसडीओ ने हमें आश्वासन दिया है कि हमारी मांगो को पूरा किया जाएगा और प्रशासन के स्तर से सूखाग्रस्त होने पर जो मुआवजा मिलना चाहिए वह मिलेगा. जिसके बाद हमलोग आमरण अनशन समाप्त कर रहे हैं. लेकिन अगर हमारी मांगे पूरी ना हुई तो हम लोग दुबारा आमरण अनशन पर बैठेंगे.
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श्रीराम वर्मा (स्थानीय किसान)
वही शेरघाटी एसडीओ अनिल कुमार रमन ने कहा कि विभिन्न मांगों को लेकर डुमरिया प्रखंड कार्यालय में ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठे हैं. इसकी जानकारी मिलने पर हम यहां पहुंचे हैं. उनकी पहली मांग कई गावो को सूखाग्रस्त करने की है. सरकार के स्तर से कृषि विभाग के द्वारा कई पंचायतों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया था. लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि इसमें कई गांव छूट गए हैं. जिसे हमने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि दुबारा सर्वे कराया जाएगा और जहां रोपनी नहीं हुई है, उस गांव को सूखाग्रस्त में शामिल किया जाएगा. इसके अलावा ग्रामीणों की राशन कार्ड बनाने की मांग भी की गई है. जिसे हमने कहा है कि राशन कार्ड बनाने का कार्य अनवरत जारी रहा है. संबंधित विभाग में जाकर राशनकार्ड बनवा सकते हैं. इसके अलावा ग्रामीणों की मांग है कि कई महिलाओं का विधवा पेंशन में नाम छूट गया है. तो हमने फॉर्म भरकर विधवा पेंशन में नाम जुड़वाने का भी आदेश दिया है. लोग हमें आश्वासन दे रहे हैं कि अनशन खत्म कर दिया जाएगा. इसी उद्देश्य के साथ हम यहां पहुंचे हैं.
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अनिल कुमार रमन, एसडीओ, शेरघाटी.