सरायकेला (Pramod Singh) समाहरणालय में संचालित रजिस्ट्री ऑफिस के सरायकेला में नवनिर्मित अनुमंडल कार्यालय भवन में हो रहे स्थानांतरण का विरोध करते हुए बड़ा कांकड़ा और ईटाकूदर पंचायत के ग्रामीणों ने बैठक की.
इससे पूर्व इसे लेकर ग्रामीणों ने तकरीबन 120 लोगों के हस्ताक्षरित ज्ञापन मंत्री चंपाई सोरेन को सौंपा. जिसमें उन्होंने मांग की है कि रजिस्ट्री ऑफिस को कलेक्टरेट कंपाउंड गौरांगडीह में यथावत रहने दिया जाए.
इससे यहां काफी संख्या में लोगों का आना जाना लगा रहता है. और इससे किसी को किसी भी प्रकार की क्षति, परेशानी और शिकायत आपत्ति नहीं है.
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इसके साथ ही रजिस्ट्री कार्यालय जिला स्तर का जिला अधीनस्थ होता है. ना कि अनुमंडल स्तर का. ग्रामीणों ने बताया है कि कार्यालय के अन्यत्र स्थानांतरित किए जाने से जनसाधारण और सरकारी संपत्तियों पर व्यापक प्रभाव पड़ सकता है. जिसमें पिछले 18 वर्षों से गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे 30 से 35 नवअवतरित ग्रामीण ठेले वाले छोटे- मोटे दुकानदार व्यवसायी के रूप में पनप रहे आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में जुटे विकास मार्ग में अग्रसर हो हो रहे लोगों का व्यवसाय बाधित होगा. और वे सब पुनः गरीबी की दलदल में फंस जाएंगे. और उनका भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. पिछले 18 वर्षों से कलेक्ट्रेट परिसर में एक भी दुर्घटना नहीं हुई जिससे किसी की जान चली गई हो. रजिस्ट्री कार्यालय को सरायकेला टाउन के अंदर स्थानांतरित करने से संकीर्ण सड़क तथा भीड़ भाड़ में हमेशा झड़पा- झड़पी या एक्सीडेंट होने की काफी संभावनाएं बनी रहेगी. इसके साथ ही कार्यालयों के भीड़ के मुताबिक सरायकेला टाउन में दोपहिया और चार पहिया वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था कहीं भी नहीं है. बैठक में उपस्थित धीरज महतो, सोहित नायक, सुमित नायक, लोबो पड़िहारी, जितेन महतो, विश्वजीत महतो, उमेश सिंह देव, सुजीत सरदार, साजन बारीक, राकेश महतो, दिनेश नायक, भीम हेंब्रम सहित दर्जनों की संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि मांगे नहीं मानी जाती है तो आगामी गुरुवार से सभी ग्रामीण और प्रभावित जिला समाहरणालय के समक्ष अनशन पर बैठेंगे. इसके बाद भी यदि मांगे नहीं मानी जाती है तो आमरण अनशन किया जाएगा.
बाईट
धीरज महतो