खरसावां: विधायक दशरथ गागराई ने एक प्रेस बयान जारी कर कहा कि सरकार की योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन से संबंधित आयोजनों में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी एवं उपस्थिति को लेकर राज्य सरकार द्वारा समय- समय पर दिशा- निर्देश जारी किए जाते रहे हैं. अभी हाल के दिनों में भी मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग द्वारा सभी विभागों के सचिव एवं उपायुक्तों को एक संशोधित निर्देश निर्गत किया गया है. जिसमें शिलान्यास एवं उद्घाटन से संबंधित प्रोटोकॉल का उल्लेख किया गया है.
इसी के आलोक में सभी विभागों द्वारा शिलान्यास एवं उद्घाटन के कार्यक्रम किए जा रहे हैं, परंतु प्रोटोकॉल की आधी अधूरी जानकारी के साथ अधिकारियों को खुले मंच से कलम की ताकत का भय दिखाना किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं माना जा सकता है. उन्होने कहा कि माननीय केंद्रीय मंत्री द्वारा अपने पूर्व के कार्यकाल में राज्य संपोषित योजनाओं के शिलान्यास- उद्घाटन कार्यक्रमों में सांसद का नाम शिलापट्ट में अंकित नहीं किया जाता था. उदाहरण के तौर पर 2007 में काशीडीह में बने उच्चस्तरीय पुल के शिलान्यास एवं उद्घाटन में तत्कालीन सांसद का नाम अंकित नहीं है. लेकिन जब बात अपने ऊपर आयी तो प्रोटोकॉल की दुहाई देकर अधिकारियों को डराया जा रहा है, जो एक केंद्रीय मंत्री को शोभा नहीं देता है.
Reporter for Industrial Area Adityapur