राजनगर (पीताम्बर सोय) सोहराय पर्व के अवसर पर वुधवार को धूमधाम से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में गोवर्धन पूजा किया गया. पशुओं के रहने वाले स्थान गोहाल की विशेष साफ सफाई कर पशुधन की सुरक्षा लिए पशुपालकों द्वारा विशेष पूजा अर्चना किया. इस दौरान बेहतर कृषि और फसलों के अच्छी पैदावार की कामना की गई.
गोहाल में मुर्गे की बलि दी गई और गोहाल के अंदर ही खिचड़ी प्रसाद ग्रहण किया गया. गोहाल पूजा के दिन घर- आंगन को चॉक पुराई किया गया. पशुओं के सर पर धान की बाली एवं फूल की मेडूवार फूलवार बांध कर चुमाया गया. सोहराय पर्व को लेकर ग्रामीण क्षेत्र में उल्लास का माहौल है.
वहीं कुड़मी समुदाय द्वारा बंदना पर्व धूमधाम से मनाया गया. राजनगर के भुईंयानाचना गांव में लोग बंधना पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाये. गांव के युवक ढोल मांदल के साथ टोली बनाकर डिंगवानी करने के लिए रात और दिनभर घूमते रहे. रात को गोहाल में बैलों को जगाने का काम किया. सूर्य ग्रहण के चलते इस बार एक दिन विलम्ब से वुधवार को गोवर्धन पूजा मनाई गई. ज्ञात हो कि बंदना परब कुड़मी समुदाय के लोग तीन दिन तक मनाते है. वहीं ग्रामीण दिनेश महतो ने बताया कि यह पर्व तीन दिन का होता है.पहले दिन बैल के सींग में तेल लगाते है. दूसरा दिन गोट पूजा करते है और पशुओं को घास फूस खिलाकर मादर के ताल में रात भर ध्वनि करते हैं और घर में गुड पीठा, मांस आदि पकवान बनाई जाती है. पर्ब पूरा होने के बाद संदेश के रूप में सारे मेहमान घर पहुंचाते हैं.