राजनगर (pitambar soy) झारखंड उत्कलीय व मूलवासी सांस्कृतिक परिषद के तत्वावधान में रविवार को राजनगर साप्ताहिक हाट मैदान उत्कलमणि पंडित गोपबन्धु दास की 145 वीं जयंती मनाई गई.
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इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि हीरालाल सतपथी, विशिष्ट अतिथि कार्तिक परिच्छा, प्रदीप कुमार सिंहदेव, सत्यकिंकर पति,जयंत दाश, गंगा करूवा, रविन्द्र राणा सहित वरिष्ठ पदाधिकारियों ने उत्कलमणि पंडित गोपबन्धु दास की चित्रपट्ट पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया. साथ ही मूलवासी सांस्कृतिक परिषद के संस्थापक अध्यक्ष स्व. देवेंद्र दास को भी श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया.
सत्यकिंकर पति द्वारा जगन्नाथ भजन गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गई. इस मौके पर हीरालाल सतपथी ने कहा कि पंडित गोपबन्धु दास सम्पूर्ण उत्कल समाज के सर्वमान्य समाज सुधारक के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने उड़िया समाज के लोगों से अपील किया कि उड़िया समाज को लेकर राजनीति नहीं होनी चाहिए. निजी स्वार्थ के लिए समाज के नाम पर संगठन न चले, बल्कि सम्पूर्ण समाज के उत्थान के लिए काम होना चाहिए. विशिष्ट अतिथि कार्तिक परिच्छा ने पंडित गोपबन्धु दास की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके बताए मार्ग पर समाज को चलने का आग्रह किया. मुख्य वक्ता एवं संचालनकर्ता प्रदीप सिंहदेव ने भी गोपबन्धु की जीवनी पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. इस दौरान मूलवासी सांस्कृतिक परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र राणा ने कहा कि हमारी भाषा संस्कृति को बचाए रखना हमारा कर्तव्य है. समाज के उत्थान के लिए संगठित होना जरूरी है. राहुल सतपथी ने भी पंडित गोपबन्धु दास से प्रेरणा लेकर समाज को आगे ले जाने का आह्वान किया. इस मौके पर उड़िया पुस्तक का वितरण किया गया.
कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन पिंटू राउत ने किया. इस मौके पर प्रशान्त कुमार पति, हरेकृष्ण प्रधान, अजय ज्योतिषी, विक्की ज्योतिषी, कीर्तन तांती, मोतीलाल प्रधान, अजित पति, मोहनलाल महाकुड़ सहित कई लोग शामिल थे.
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