सरायकेला (Pramod Singh) सरायकेला जिले में हो रहे सड़क दुर्घटनाओं ने पिछले डेढ़ वर्षों में अनगिनत माओं के कोख सुने कर दिए, कई का सुहाग उजड़ चुका है, कई के सर से पिता का साया उठ गया है. यहां तक कि पुलिस कर्मी भी असमय काल कवलित हो चुके हैं. बावजूद इसके जिला मुख्यालय में नो एंट्री के नियमों की धज्जियां उड़ना कहीं न कहीं उन मां, बीवी, बच्चे और जवानों के प्रति असंवेदनशील दर्शाता है.
यहां तक कि पिछले दिनों उपायुक्त के अंगरक्षक की सड़क दुर्घटना में हुए मौत पर उपायुक्त के आंखों से छलके आंसुओं की भी कद्र जिला मुख्यालय में नहीं हो रहा है, और नो एंट्री में भारी वाहनों का धड़ल्ले से आना- जाना जारी है.
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आप साफ देख सकते हैं जिला मुख्यालय की सड़कों पर किस तरह खुलेआम नो इंट्री के समय भारी वाहनो का प्रवेश हो रही है वो भी पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में. अब इसके पीछे क्या वजह हो सकती है इसे भी आप इस video क्लिप के जरिये देखें
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दबी जुबान से यह कहते सुने जा रहे हैं कि शहर में नो एंट्री का आदेश पुलिस वालों के लिए कमाई का जरिया बन गया है. यह आदेश उन वाहन चालकों के लिए लागू नहीं है, जो अपनी जेब ढीली कर पुलिस की जेब गर्म कर रहे हैं. सरायकेला- राजनगर मुख्य मार्ग में नो इंट्री रहने के बावजूद पुलिस की मिलीभगत से ट्रक व भारी वाहनों से अवैध वसूली करते हुए प्रतिदिन सैकड़ो भारी वाहनों को पार कराया जा रहा है. इससे भीड़ भाड़ वाले उक्त सड़क पर सड़क सुरक्षा की नियमों की धज्जियां उड़ रही है.
सरायकेला गैरेज चौक से राजनगर मुख्य मार्ग पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर नो एंट्री रहती है. उक्त मार्ग पर भारी वाहनों का प्रवेश निषेध है, लेकिन सरायकेला पुलिस की नाक के नीचे से भारी वाहनों को खुलेआम पार कराया जा रहा है. हद तो तब हो जाती है जब दोपहर को स्कूली बच्चे सड़क पार कर रहे होते हैं. उस समय भारी वाहन तेज गति से सड़क पर चलती रहती है. इससे हमेशा दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
*45 वाहनों को मिला है परमिट*
नो एंट्री के समय सरायकेला- राजनगर रोड में 45 हाइवा को चलने का परमिट दिया गया है, जो काफी धीमी गति से बाजार पार करती है. लेकिन इसके आड़ में 100 से 150 ट्रक व भारी वाहनों नो एंट्री के नियमों को ताक पर रखकर पार कराया जा रहा है.
*210 रुपये प्रति वाहन हो रही वसूली*
नगर पंचायत क्षेत्र में टॉल टैक्स काटने वाले कर्मी ही ट्रक व भारी वाहनों से अवैध वसूली कर ट्रक को नो एंट्री में पार कराते हैं. कर्मी ट्रक चालकों से टॉल टैक्स के रूप में 60 रुपया व नो एंट्री पार कराने के लिए 150 रुपया वसूलते हैं. इस तरह प्रत्येक दिन टॉल टैक्स के कर्मी अवैध रूप से 20 से 25 हजार रुपया वसूली करते हैं.
*थाना से सटा है सरायकेला- राजनगर रोड*
सरायकेला- राजनगर रोड सरायकेला थाना से बिल्कुल सटा हुआ है. नो एंट्री के दौरान वाहनों को पार होते हुए पुलिसकर्मी देखकर भी अनदेखी कर देते हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पुलिस की मिलीभगत से नो इंट्री में भारी वाहनों को पार कराकर प्रतिदिन 20 से 25 हजार रुपये का गेम किया जा रहा है.
*नगरवासियों के आंदोलन के बाद लगी नो इंट्री*
नगरवासी के लंबे आंदोलन व सड़क जाम के बाद जिला प्रशासन ने सड़क सुरक्षा व दुर्घटना कम करने के उद्देश्य से उक्त सड़क पर नो एंट्री लगाया है, लेकिन सरायकेला पुलिस की लापरवाही व मिलीभगत से प्रशासन के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है.
*अवैध रूप से हो रही टॉल टैक्स वसूली*
नियम के अनुसार नो एंट्री वाली सड़क पर टॉल टैक्स वसूलने का नियम नहीं है, लेकिन नो इंट्री सड़क पर अवैध रूप से टॉल टैक्स वसूला जा रहा है. इसके लिए टोल टैक्स कर्मी एक साथ दर्जनों वाहन चालकों से बात करते हैं. रुपया लेनदेन की बात फोन पर हो जाती है. इसके बाद एक साथ कई वाहनों को पार कराया जाता है.
गैरेज चौक पर सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक नो एंट्री में गाड़ी नहीं प्रवेश हो इसके लिए 2 होमगार्ड के जवान तैनात किए गए हैं. इसके बावजूद भी भारी वाहनों का नो एंट्री में प्रवेश जारी है. इससे साफ जाहिर होता है कि पुलिस की मिलीभगत से भारी वाहन पार होते हैं.