सरायकेला। Pramod Singh। हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्त्व है. शारदीय नवरात्रि का पर्व देवी शक्ति मां दुर्गा को समर्पित होता है. इस दौरान भक्त नौ दिन तक व्रत रखते हैं और अलग –अलग दिन मां दुर्गा जी के नव रूपों की पूजा करते हैं. मान्यता है कि शारदीय नवरात्रि का व्रत रखने और विधि पूर्वक मां दुर्गा की पूजा करने से हर कामना पूरी होती है.
पंचांग के मुताबिक, शारदीय नवरात्रि हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मनाई जाती है. शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन घरों में कलश स्थापित किए जाते हैं तथा कई लोग इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करते हैं. इस बार शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक मनाई जाएगी.
नवरात्रि प्रथम दिन: प्रतिपदा तिथि, मां शैलपुत्री पूजा और घटस्थापना – 26 सितंबर सोमवार
नवरात्रि दूसरा दिन: द्वितिया तिथि, मां ब्रह्मचारिणी पूजा -27 सितंबर मंगलवार
नवरात्रि तीसरा दिन: तृतीया तिथि, मां चंद्रघण्टा पूजा – 28 सितंबर बुधवार
नवरात्रि चौथा दिन: चतुर्थी तिथि, मां कुष्माण्डा पूजा -29 सितंबर गुरुवार
नवरात्रि पांचवां दिन: पंचमी तिथि, मां स्कंदमाता पूजा -30 सितंबर शुक्रवार
नवरात्रि छठा दिन: षष्ठी तिथि, मां कात्यायनी पूजा -01 अक्टूबर शनिवार
नवरात्रि सातवां दिन: सप्तमी तिथि, मां कालरात्री पूजा – 02 अक्टूबर रविवार
नवरात्रि आठवां दिन: अष्टमी तिथि, मां महागौपूजा, दुर्गा महाष्टमी – 03 अक्टूबर सोमवार
नवरात्रि नवां दिन: नवमी तिथि, मां सिद्धरात्री पूजा, दुर्गा महानवमी पूजा – 04 अक्टूबर मंगलवार
शारदीय नवरात्रि कलश स्थापना शुभ मुहूर्त
अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा प्रांरभ – 26 सितंबर 3.24 AM
अभिजीत मुहूर्त- 26 सितंबर सुबह 11.54 से दोपहर कब से शुरू होगी शारदीय नवरात्रि, जानें सही तिथि और कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
सरायकेला। हिंदू धर्म में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्त्व है. शारदीय नवरात्रि का पर्व देवी शक्ति मां दुर्गा को समर्पित होता है. इस दौरान भक्त नौ दिन तक व्रत रखते हैं और अलग –अलग दिन मां दुर्गा जी के नव रूपों की पूजा करते हैं. मान्यता है कि शारदीय नवरात्रि का व्रत रखने और विधि पूर्वक मां दुर्गा की पूजा करने से हर कामना पूरी होती है.
पंचांग के मुताबिक, शारदीय नवरात्रि हर साल अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से लेकर नवमी तिथि तक मनाई जाती है. शारदीय नवरात्रि के प्रथम दिन घरों में कलश स्थापित किए जाते हैं तथा कई लोग इन नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ भी करते हैं. इस बार शारदीय नवरात्रि 26 सितंबर से लेकर 5 अक्टूबर तक मनाई जाएगी.
नवरात्रि प्रथम दिन: प्रतिपदा तिथि, मां शैलपुत्री पूजा और घटस्थापना – 26 सितंबर सोमवार
नवरात्रि दूसरा दिन: द्वितिया तिथि, मां ब्रह्मचारिणी पूजा -27 सितंबर मंगलवार
नवरात्रि तीसरा दिन: तृतीया तिथि, मां चंद्रघण्टा पूजा – 28 सितंबर बुधवार
नवरात्रि चौथा दिन: चतुर्थी तिथि, मां कुष्माण्डा पूजा -29 सितंबर गुरुवार
नवरात्रि पांचवां दिन: पंचमी तिथि, मां स्कंदमाता पूजा -30 सितंबर शुक्रवार
नवरात्रि छठा दिन: षष्ठी तिथि, मां कात्यायनी पूजा -01 अक्टूबर शनिवार
नवरात्रि सातवां दिन: सप्तमी तिथि, मां कालरात्री पूजा – 02 अक्टूबर रविवार
नवरात्रि आठवां दिन: अष्टमी तिथि, मां महागौपूजा, दुर्गा महाष्टमी – 03 अक्टूबर सोमवार
नवरात्रि नवां दिन: नवमी तिथि, मां सिद्धरात्री पूजा, दुर्गा महानवमी पूजा – 04 अक्टूबर मंगलवार
शारदीय नवरात्रि कलश स्थापना शुभ मुहूर्त
अश्विन शुक्ल पक्ष प्रतिपदा प्रांरभ – 26 सितंबर 3.24 AM
अभिजीत मुहूर्त- 26 सितंबर सुबह 11.54 से दोपहर 12.42 मिनट तक
घटस्थापना मुहूर्त – 26 सितंबर 6. 20 AM – 10.19 am
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