जमशेदपुर (Rajan) मंगलवार को शहर में प्रकृति उपासना का पर्व करमा की धूम रही. आदिवासी मुंडा समाज, भुइंया समाज, तुरी समाज एवं उरांव समाज ने भाई- बहन के रिश्ते पर आधारित इस पर्व को धूमधाम से मनाया.
इस अवसर पर झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने शामिल होकर सुख और समृद्धि की कामना की. मान्यता के अनुसार इस अवसर पर करम राजा की पूजा करने वालों ने मंगलवार को निर्जला उपवास रखा. मंगलवार की शाम करम डाली को अखाड़ा स्थल पर स्थापित कर फल-फूल, जौ, धान और बालू के साथ पूजा अर्चना की गई. करमा पर्व को लेकर आदिवासी समुदाय के बीच उत्सव का माहौल है. महिलाएं करम डाली की पूजा अर्चना के लिए ढोल एवं मांदर की थाप पर करमा गीत गाती हुई पूजा स्थल पर पहुंची. रात भर जागरण करके पारंपरिक वेशभूषा में गीत गाकर समूह नृत्य प्रस्तुत किया गया.
वहीं करम डाली लाने के दौरान युवक- युवतियां मांदर की थाप पर थिरकती नजर आईं. बता दें कि बुधवार को करमा डाली की पूजा कर विसर्जित किया जाएगा. इस मौके पर झारखंड भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने प्रकृति के प्रति कृतज्ञता और उपासना के विशाल पर्व कर्मा पूजा सभी को शुभकामनाएं दी.
काले ने कहा कि आदि- संस्कृति के वाहकों का यह मुख्य पर्व प्रकृति के संरक्षण व समावेशी विकास का सूचक है.
झारखंड में प्रकृति पूजा ना केवल यहां की परंपरा है बल्कि प्रकृति झारखंड की संस्कृति और सभ्यता का प्रमुख अंग है. प्रकृति की सुरक्षा में अनवरत अपना योगदान देते रहें. आप सभी के लिये यह पर्व शुभ हो.