खरसावां प्रखंड मुख्यालय सभागार भवन में बिरसा हरित ग्राम योजना वित्तीय वर्ष 2022- 23 के लिए एक दिवसीय उन्मुखीकरण पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला का शुभआरंभ प्रखंड बिकास पदाधिकारी गौतम कुमार ने करते हुए कहा कि बिरसा हरित ग्राम योजना राज्य सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार की सृजन के साथ- साथ अजीविका संवर्धन की दिशा में कार्रवाई की जा रही है.
उन्होने कहा कि खरसावां में बिरसा हरित ग्राम योजना के तहत आम और अमरूद फलदार वृक्षो का वृक्षारोपण किया जा रहा है. जिसका सफल क्रियान्वयन आवश्यक है. बागवानी से न सिर्फ ग्रामीण अर्थव्यवस्था पुनर्जीवित होगी बल्कि कुपोषण का कंलक भी धुलेगा. आज भी अगर प्रखंड में फलदार वृक्षो की बागवानी की जाए, तो निश्चित ही खरसावां में सुख-समृद्वि के फूल खिलेगे. फलदार पौधा मनुष्य जीवन के लिए पौधा जीविकापार्जन का माध्यम बनेगा.
उन्होने कहा कि सरकार प्रोत्साहन दे रही इसका लाभ ले. साथ ही अधिक से अधिक लोगों को बागवानी फसल से जोड़कर गरीबो किसानों की माली हालत को सुढृढ किया जा सकता है. पौधारोपण के करीब तीन वर्ष बाद प्रत्येक परिवार को 50 हजार की वार्षिक आमदनी होगी. उन्मुखीकरण कार्यशाला में प्रशिक्षक की भुमिका निभाते हुए डीआरडीए के सहायक परियोजना पदाधिकारी सरिता ओडेया व सहायक सांख्यिकी पदाधिकारी विनोद चातार ने बागवानी योजनाओं मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, बागवानी मित्र, जेई आदि को पौधा रोपाई, आम और अमरूद के पौधा रोपाई हेतु गड्डाभराई, आम बगान का घेरान, ट्ायकोडर्मा मृदा (मिटटी) जनित रोग हेतु एक जैव-नियंत्रक एजेट, आम बागवानी में ट्यकोडर्मा का उपयोग, पौधा के लिए क्रिया- कलाप आदि की जानकारी दी गई. इस कार्यशाला में मुख्य रूप से बीडीओ गौतम कुमार, सहायक अभियता गणेश महतो, बीपीओ रानो बास्के, लेखापाल बबलु महतो, कंनिया अभियता नीरज सिन्हा, सकिला टुडू, अनिल सिंह, मुखिया सुनीता तापे, बासमती माटीसोय, इन्द्रजीत उरावं, रोईबारी मांझी, संचारी तिर्की, सिदेश्वर जोको, मंगल सिंह जामुदा, सीनी गागराई, विशुलाल मांझी, सबिता मुंडारी, सहित सभी मुखिया, पंचायत सेवक, रोजगार सेवक, बागवानी मित्र, जेई आदि उपस्थित थे.