कांड्रा: Bipin Varshney रतनपुर स्थित नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड कंपनी में रविवार अहले सुबह हुए चोरों के हमले में बुरी तरह घायल सुरक्षाकर्मी रघुनंदन प्रसाद की मंगलवार को इलाज के दौरान टीएमएच में मौत हो गई. सुरक्षाकर्मी की मौत के बाद जहां उसके परिजनों में मातम छा गया है, वहीं इस घटना के बाद कंपनी प्रबंधन के माथे पर भी चिंता की लकीरें स्पष्ट दिखाई पड़ रही हैं.
प्रबंधन का कहना है कि ऐसे माहौल में कंपनी को सुचारू रूप से चलाना बेहद मुश्किल हो गया है. बार-बार इस तरह की घटना की पुनरावृति हो रही है और जिला प्रशासन को समूची स्थिति से अवगत कराने के बावजूद इन घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पा रहा है . बता दे कि रविवार की अहले सुबह नीलांचल आयरन एंड पावर लिमिटेड कंपनी में चोरों ने धावा बोला था और कंपनी में तैनात सुरक्षाकर्मी रघुनंदन प्रसाद को मारकर बुरी तरह चोटिल कर दिया. हमले से रघुनंदन का सिर फट गया और वह वहीं गिर पड़ा था. इसके बाद चोरों ने कंपनी के गोदाम से लाखों रुपए के मैट्रियल टपा लिए थे. चोरों द्वारा रात में पत्थरबाजी भी की गई थी, एवं कंपनी परिसर में घुस कर सुरक्षाकर्मी के सिर पर सर वार कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया था.
घायल अवस्था में ही सुरक्षाकर्मी काफी देर तक पड़ा रहा रहा और उसके सिर से काफी मात्रा में रक्तस्राव हुआ था. बाद में कंपनी में आए किसी वाहन के चालक ने उसे देखा जिसके बाद आनन- फानन में घायल सुरक्षाकर्मी को तुरंत टीएमएच ले जाया गया जहां उसकी स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी. अंत में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने आज जवाब दे दिया और सुरक्षाकर्मी रघुनंदन प्रसाद मौत के आगोश में चला गया .बताते चले कि नीलांचल कम्पनी में पत्थरबाजी और चोरी की घटना बीते एक डेढ़ साल से घट रही है. जिसकी लिखित सूचना कम्पनी प्रबंधन द्वारा कई बार कांड्रा थाना को दी गई है, लेकिन आज तक पुलिस के हाथों से कोसों दूर रहे चोरों द्वारा अक्सर घटना को अंजाम दिया जा रहा है. आपको यह भी बताते चले कि इससे पहले भी बीते अप्रैल माह में नीलांचल के सुरक्षाकर्मी पर चोरी के दौरान गोली चली थी जिसमे गोली लगने से सुरक्षाकर्मी घायल हुआ था एवं डॉक्टरों द्वारा ईलाज कर उसकी जान बचाई थी.
उस घटना में पुलिस द्वारा एक अपराधी को जेल भेजा गया था एवं मुख्य अपराधी के साथ बाकी को पुलिस आज तक नहीं पकड़ पाई है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर किसके संरक्षण में पनप रहा है यह चोरी का कारोबार, क्या कंपनी प्रबंधन चोरी और हत्या के बाद भी चला पाएगी कंपनी, क्या पुलिस प्रशासन इसी तरह हाथ पर हाथ धरे बैठा रहेगा. सुरक्षाकर्मी की मौत के बाद कंपनी प्रबंधन ने कहा कि किसी की जान खतरे में रखकर कंपनी नहीं चल सकती है. बार-बार कंपनी प्रबंधक द्वारा उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक से लेकर स्थानीय थाना तक को कंपनी में हो रहे पत्थरबाजी की घटनाओं का लिखित सूचना दी गई इसके बावजूद भी इस तरह की घटना रुक नहीं रही है जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है. प्रबंधन का कहना है कि अगर इसी तरह घटना घटती रही तो कंपनी आगे के लिए सोचने पर मजबूर होगी और इसका सारा दारोमदार स्थानीय प्रशासन के ऊपर जाएगा.